भिलाई /सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र में प्रतिवर्ष 14 अप्रैल को अग्निशमन वीरों को श्रद्धांजलि अर्पित करने राष्ट्रीय अग्निशमन सेवा दिवस तथा संविधान निर्माता डॉ भीमराव अम्बेडकर के राष्ट्र निर्माण में योगदान को स्मरण करने अम्बेडकर जयंती का आयोजन किया जाता है। भिलाई इस्पात संयंत्र के अग्निशमन केन्द्र परिसर में 14 अप्रैल को प्रातः 9 बजे से राष्ट्रीय अग्निशमन सेवा दिवस का भव्य आयोजन भिलाई इस्पात संयंत्र के निदेशक प्रभारी अनिर्बान दासगुप्ता मुख्य अतिथ्य में किया जाएगा। मुख्य अतिथि, अग्निशमन जवानों के द्वारा की जाने वाली शानदार परेड की सलामी लेंगे। साथ ही परेड से पहले अग्निशमन जवानों द्वारा देश और संयंत्र के प्रति पूर्ण निष्ठा और समर्पण से कार्य करने की शपथ ली जाएगी। प्रातः 9 बजे से आयोजित इस समारोह में अग्निशमन जवानों की शानदार परेड, अग्निशमन वाहनों, यंत्रों और सुरक्षा उपकरणों का बेहतरीन प्रदर्शन समारोह का विशेश आकर्षण होगा।
साथ ही सेक्टर-6 स्थित बीएसपी हायर सेकेण्डरी स्कूल में प्रातः 9 बजे बाबासाहब डॉ भीमराव अम्बेडकर को संयंत्र बिरादरी की ओर से श्रद्धांजलि अर्पित की जाएगी व उसके उपरान्त अंबेडकर जयंती का मुख्य कार्यक्रम कलामंदिर सभागार में सम्पन्न होगा।
गृह मंत्रालय, भारत सरकार के निर्देश पर पूरे देश में 14 अप्रैल को राष्ट्रीय अग्निशमन सेवा दिवस मनाया जाता है। इस वर्ष राष्ट्रीय अग्निशमन सेवा दिवस की थीम “एकजुट हों, अह्निसुरक्षित भारत को प्रज्ज्वलित करें” है। इस दिन अग्नि सुरक्षा के प्रति जनता में जागरूकता पैदा करने हेतु अनेक कार्यक्रम चलाए जाते हैं।
भिलाई अग्निशमन सेवा अपनी कार्य कुशलता और निपुणता को बरकरार रखते हुए आज देश के श्रेष्ठ औद्योगिक अग्निशमन सेवाओं में से एक है। अग्निशमन सेवा विभाग अत्याधुनिक उपकरणों से सुसज्जित होकर राष्ट्र के प्रति समर्पित है। भिलाई इस्पात संयंत्र के स्थापना काल से ही भिलाई अग्निशमन विभाग, भिलाई इस्पात संयंत्र के अलावा छत्तीसगढ़ में होने वाले अग्नि दुर्घटनाओं में भी अपनी विषेश सेवाएं प्रदान करते आ रहा है।
भिलाई अग्निशमन सेवा, संयंत्र एवं टाउनशिप क्षेत्र की अग्नि दुर्घटनाओं के अलावा राज्य शासन के बुलावे पर शहरी क्षेत्र, ग्रामीण क्षेत्रों की अग्नि दुर्घटनाओं को बुझाने में सहायता करता है। क्षेत्र की बड़ी अग्निदुर्घटनाओं में विभाग द्वारा सक्रिय सहयोग प्रदान कर भारी क्षति से बचाया गया है।
विदित हो कि दिनांक 14 अप्रैल 1944 को मुम्बई डॉक यार्ड में हुई भीशण अग्निकांड पर काबू पाते हुए 66 अग्निशमन वीरों ने अपने प्राणों का बलिदान दिया था। बलिदान और शौर्य के इस पल को यादगार बनाए रखने तथा राष्ट्र की जन-धन की रक्षा करते हुए शहीद होने वाले अग्निवीरों को भावभीनि श्रद्धांजलि अर्पित करने एवं अग्नि सुरक्षा के लिए जनता में जागरूकता पैदा करने के उद्देष्य से 14 अप्रैल को प्रतिवर्ष राष्ट्रीय अग्निशमन सेवा दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस दिन शहीद अग्निवीरों को श्रद्धांजलि अर्पित करने के साथ विविध प्रदर्षन के माध्यम से अग्नि सुरक्षा के प्रति जागरूकता तथा राष्ट्र एवं संयंत्र के जन धन की रक्षा पूरी तन्मयता से करने की शपथ ली जाती है।
अम्बेडकर जयंती
भारतरत्न डॉ भीमराव अम्बेडकर भारतीय बहुज्ञ, विधिवेत्ता, अर्थशास्त्री, राजनीतिज्ञ, और समाजसुधारक थे। उन्होंने दलित बौद्ध आंदोलन को प्रेरित किया और अछूतों (दलितों) से सामाजिक भेदभाव के विरुद्ध अभियान चलाया था। स्वतंत्र भारत के प्रथम विधि एवं न्याय मन्त्री, भारतीय संविधान के जनक एवं भारत गणराज्य के निर्माताओं में से एक थे। अम्बेडकर जयंती पर डॉ अम्बेडकर जी के कार्य, विचारधारा तथा उनके जीवन के संघर्ष को समाज के कल्याण हेतु लोगों तक पहुंचाया जाता है