एक बार फिर मौसम करवट बदलता हुआ दिखाई दे रहा है। मंगलवार तक न्यूनतम व अधितम तापमान में बढ़ोतरी के बाद बुधवार को वापस से बादलों के छाए रहने की संभावना है। मौसम विभाग के अनुसार इसकी वजह से पारा भी गिरने की संभावना जताई जा रही है। ऐसे में फरवरी की शुरुआत फिर से सर्द भरी होने के संकेत दिखाई दे रहे हैं।
वहीं, मंगलवार को प्रदेश में मौसम शुष्क रहने के आसार हैं, जबकि राजधानी में दिनभर कोहरा रहने के बाद आकाश मुख्यत: साफ रहने के संकेत हैं और अधिकतम तापमान 30 डिग्री सेल्सियस व न्यूनतम तापमान 16 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने का अनुमान है। वहीं, सोमवार को प्रदेश का मौसम शुष्क रहा और सर्वाधिक तापमान 31.5 डिग्री सेल्सियस डोंगरगढ़ में, जबकि सबसे कम तापमान 8.4 डिग्री सेल्सियस अंबिकापुर में दर्ज किया गया।
यह बन रहा सिस्टम
दरअसल, मौसम विभाग के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ एक चक्रीय चक्रवाती परिसंचरण के रूप में उत्तर पाकिस्तान और उसके आसपास 3.1 किलोमीटर ऊंचाई पर स्थित है। इसकी द्रोणिका 5.8 किलोमीटर ऊंचाई पर 72 डिग्री पूर्व में तथा 32 डिग्री उत्तर में स्थित है।
वहीं, एक अन्य पश्चिमी विक्षोभ द्रोणिका के रूप में मध्य क्षोभ मंडल में 5.8 किलोमीटर ऊंचाई पर 55 डिग्री पूर्व और 32 डिग्री उत्तर में स्थित है। इसके प्रभाव से प्रदेश में न्यूनतम तापमान में 30 जनवरी तक वृद्धि होने के बाद 31 को आंशिक रूप से बादल आने के कारण थोड़ी से गिरावट संभावित है। इस अवधि में प्रदेश में मौसम शुष्क रहने की संभावना है। नया पश्चिमी विक्षोभ 30 जनवरी और तीन फरवरी को आने की संभावना बन रही है।
न्यूनतम तापमान कहीं कम कहीं ज्यादा
इसके अलावा न्यूनतम तापमान भी क्षेत्र के हिसाब से औसत से कहीं कम और कहीं ज्यादा है। रायपुर, बिलासपुर व अंबिकापुर में यह सामान्य से दो डिग्री कम, दुर्ग में चार डिग्री कम, जबकि राजनांदगांव, जगदलपुर व पेंड्रा रोड में यह सामान्य से एक डिग्री सेल्सियस ज्यादा है।
अधिकतम पारा औसत से आठ डिग्री ज्यादा
मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार अधिकतम तापमान औसत से एक डिग्री से लेकर आठ डिग्री सेल्सियस तक ज्यादा है, जो कि राजनांदगांव में सर्वाधिक है। वहीं, पेंड्रा रोड और अंबिकापुर में यह तीन डिग्री सेल्सियस, जबकि रायपुर व बिलासपुर में एक डिग्री सेल्सियस और जगदलपुर व दुर्ग में यह सामान्य औसत के बराबर ही है।