शिमला । क्रिप्टो करंसी घोटाले में करोड़ों का प्रॉफिट लेने वाले कई निवेशक एसआईटी का शिकंजा कसता देख अब अदालतों के चक्कर लगा रहे हैं। इस घोटाले में 70 से 80 व्यक्ति ऐसे हैं जिन्होंने 2 करोड़ से अधिक का प्रॉफिट लिया अब वे जांच दायरे में हैं। कुछ गिरफ्तार हो चुके हैं जबकि कुछ अग्रिम जमानत के लिए अदालतों की शरण में हैं। इसी तरह कुछ आरोपी भूमिगत हो गए हैं। जांच में खुलासा हुआ है कि करोड़ों के घोटाले में जिन 4 पुलिस कर्मियों की गिरफ्तारी हुई है उन्होंने भी 2 करोड़ से अधिक का प्रॉफिट लिया है।
इसके तहत खंगाला जा रहा है कि घोटाले में किसकी क्या-क्या संलिप्तता है। कुछ गिरफ्तारियों के बाद अब 60 से अधिक निवेशक एसआईटी की जांच दायरे में हैं। जल्द ही कुछ और गिरफ्तारियां हो सकती हैं। डीजीपी संजय कुंडू पहले ही स्पष्ट कर चुके हैं कि 2 करोड़ से अधिक का प्रॉफिट लेने वालों को गिरफ्तार किया जाएगा। इससे कई निवेशकों में हड़कंप है। एसआईटी ने जांच के तहत बाहरी राज्यों में भी अपना जाल बिछाया है। इसके साथ ही केंद्रीय एजैंसियों व बाहरी राज्यों की पुलिस के साथ भी एसआईटी का तालमेल है। पूरे घोटाले का मास्टरमाइंड सुभाष 200 करोड़ से अधिक की राशि डकार गया। इस घोटाले के नाम पर ढाई हजार करोड़ का ट्रांजैक्शन होने के तथ्य हैं। एसआईटी जांच के तहत यह खंगाल चुकी है कि किस निवेशक ने कब कितना निवेश किया और उसे रिटर्न में कितनी राशि मिली या नहीं मिली। अब उसी रिकार्ड के आधार पर जांच आगे बढ़ रही है।