सार
2014-2022 के दौरान भारत में 2 अरब से अधिक मोबाइल हैंडसेट का निर्माण हुआ। उन्होंने आगे कहा कि 2023 में भारत में मोबाइल हैंडसेट निर्माण का आंकड़ा 27 करोड़ को पार कर जाएगा।
विस्तार
नीति आयोग के पूर्व सीईओ अमिताभ कांत ने कहा कि इस साल यानी 2023 में भारतीय बाजार में बिकने वाले लगभग 100 फीसदी मोबाइल ‘मेड इन इंडिया’ थे। वहीं, पिछले साल यह आंकड़ा 98 फीसदी था। कांत का यह बयान ऐसे समय में आया है जब पीएम नरेंद्र मोदी और कांग्रेस नेता राहुल गांधी के बीच मोबाइल निर्माण को लेकर सियासी वार-पलटवार हुआ है।
भारत के जी-20 के शेरपा कांत मंगलवार को यहां जी-20 दिल्ली शिखर सम्मेलन: समावेशी विकास और वैश्विक दक्षिण का उदय विषय पर आयोजित सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। बाद में उन्होंने सोशल मीडिया पर जारी पोस्ट में कहा कि 2014 में भारत की लगभग 81 फीसदी मोबाइल हैंडसेट की मांग चीनी आयात से पूरी होती थी। लेकिन आज हालात बदल गए हैं और वर्तमान में भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा मोबाइल फोन निर्माता देश है।
2014-2022 के दौरान भारत में 2 अरब से अधिक मोबाइल हैंडसेट का निर्माण हुआ। उन्होंने आगे कहा कि 2023 में भारत में मोबाइल हैंडसेट निर्माण का आंकड़ा 27 करोड़ को पार कर जाएगा। उन्होंने अपनी पोस्ट में यह भी कहा कि वर्तमान में भारत में निर्मित होने वाले 20 फीसदी मोबाइल हैंडसेट का निर्यात किया जाता है। 2014 से 2022 के दौरान देश में मोबाइल का विनिर्माण 23 फीसदी चक्रवृद्धि वार्षिक दर से बढ़ा है।