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गोधन न्याय योजना छत्तीसगढ़ के लिये बना वरदान- वंदना राजपूत

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गोधन न्याय योजना छत्तीसगढ़ के लिये बना वरदान- वंदना राजपूत

छत्तीसगढ़ सरकार जो कहती है वो करती है केन्द्र की भाजपा सरकार तो सिर्फ जुमलों की सरकार है जो पानी में ही पकौड़ा तलता है
प्रदेश में महिलाएं आत्मनिर्भर बन रही है

रायपुर/12 फरवरी 2021। छत्तीसगढ सरकार की महत्त्वकांक्षी योजना गोधन न्याय योजना के ऐतिहासिक निर्णय से छत्तीसगढ़ मुस्कुरा रहा है। छत्तीसगढ़ सरकार ने गोधन न्याय योजना के तहत अब तक 74.48 करोड़ का गोबर खरीदा है। देश में पहली राज्य सरकार है जो इतनी बड़ी मात्रा में गोबर की खरीदी कर रही है। सरकार पशुपालकों से 2 रुपए किलो गोबर खरीदती है। कोई सोच भी नहीं पाये थे लेकिन वह कार्य कांग्रेस सरकार ने कर दिखाया। छत्तीसगढ़ सरकार के दूरदर्शिता निर्णय के कारण गढबों नवा छत्तीसगढ़ का निर्माण हो रहा है। प्रदेश में महिलाएं आत्मनिर्भर बन रही है। कांग्रेस के सरकार जो कहती है वो वादा पूरा करती है। केन्द्र की भाजपा सरकार तो सिर्फ जुमलों की सरकार है जो पानी में ही पकौड़ा तलता है।
प्रदेश प्रवक्ता वंदना राजपूत ने कहा कि गोठान में ही खरीदे गए गोबर का वर्मी कंपोस्ट बनाया जाता है। इसके साथ ही इसके मार्केटिंग का भी प्रबंध किया जा रहा है, ताकि इसका लाभ राज्य के किसानों को मिल सके। वर्मी कम्पोस्ट के उपयोग से भूमि की उर्वरा शक्ति और उत्पादन में बढ़ोतरी के साथ-साथ उत्पादित खाद्यान्न की पौष्टिकता भी अच्छी होती है। गोधन न्याय योजना के तहत गौठानों में खरीदे जा रहे गोबर से बड़ी मात्रा में वर्मी कम्पोस्ट खाद का निर्माण जारी है।
प्रदेश प्रवक्ता वंदना राजपूत ने कहा कि “यह एक ऐसी योजना है जिससे राज्य के किसानों, पशुपालकों और मजदूरों को लाभ होने वाला है। छत्तीसगढ़ की 90 प्रतिशत जनसंख्या अपनी आजीविका के लिए खेती पर निर्भर करती है। गोधन न्याय योजना इन लोगों के लिये वरदान बन गया लेकिन भारतीय जनता पार्टी के नेता इसका विरोध कर रहे थे?
प्रदेश प्रवक्ता वंदना राजपूत ने कहा कि गोबर खरीदी को समझना भाजपा के बस की बात नहीं। दरअसल भूपेश बघेल की सरकार ने गोबर खरीदी की जो पहल की है उससे भाजपा के पाँवों के नीचे से जमीन खिसक गयी है। छत्तीसगढ़ के भोली-भाली जनता के प्रति केन्द्र सरकार तो सतौला व्यवहार का रवैया तो था, अब प्रदेश के भाजपा नेता भी नरेन्द्र मोदी के सूर में सूर मिला रहे है। यह बीजेपी की नकारात्मक और छत्तीसगढ़ विरोधी मानसिकता को दर्शाता है।“