भोपाल। मध्य प्रदेश के इंदौर में एक लड़की को सामूहिक दुष्कर्म और अपहरण का झूठा मामला दर्ज कराना भारी पड़ गया। पुलिस ने जब उसके द्वारा लगाए गए आरोपों की जांच की तो सारी बातें फर्जी निकली, जिसके बाद उसके खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है। 19 वर्षीय कॉलेज की लड़की ने आरोप लगाया था कि उसके साथ सामूहिक बलात्कार किया गया, चाकू मारा गया और उसे बोरे में भरकर रेलवे पटरियों पर फेंक दिया गया, लेकिन वह बच गई।इंदौर के पुलिस महानिरीक्षक, हरिनारायण चारी मिश्रा ने संवाददाताओं को बताया कि पुलिस द्वारा जांच के बाद लड़की के खिलाफ धारा 182/211 के तहत मामला दर्ज किया जाएगा, जिसमें दावा किया गया कि ये दावे झूठे थे। पुलिस ने बताया कि 150 से अधिक सीसीटीवी के फुटेज की जांच की गई और परदेशीपुरा से बाणगंगा तक के रेलवे ट्रैक पर वैज्ञानिक साक्ष्य एकत्र किए गए।जांच के दौरान पुलिस ने पाया कि लड़की द्वारा किए गए दावे निराधार और असंगत थे। मंगलवार रात को लड़की ने पुलिस को बताया था कि उसका दो लोगों द्वारा अपहरण कर लिया गया था और उसका तीन अन्य लोगों द्वारा सामूहिक बलात्कार किया गया था। उसकी शिकायत के बाद अपहरण, सामूहिक बलात्कार और हत्या की कोशिश का मामला दर्ज किया गया था। ताजा जानकारी के मुताबिक, अब झूठा केस दर्ज करवाने पर लड़की के खिलाफ एक्शन लिया जा रहा है।