रायपुर: शराब घोटाले में जेल भेजे गए पूर्व आबकारी मंत्री और कोंटा से कांग्रेस विधायक कवासी लखमा के खिलाफ ईडी ने बुधवार को विशेष कोर्ट में 3773 पेज का चालान पेश किया। इसमें डिस्टलरी संचालक समेत 11 अन्य लोगों के नाम भी शामिल हैं। 86 पेज के सारांश में मामले का ब्योरा दिया गया है। बताया जाता है कि आबकारी नीति बदलने में कवासी लखमा की अहम भूमिका रही है। उसे शराब घोटाले की जानकारी थी और इस घोटाले से अर्जित अवैध वसूली से उसे हर महीने 1.50 करोड़ रुपए मिलते थे। आरोप है कि दस्तावेजों पर दस्तखत करने के एवज में कवासी लखमा 50 लाख रुपए तक वसूलता था। यह रकम सिंडिकेट से जुड़े लोगों द्वारा विभिन्न माध्यमों से पहुंचाई जाती थी। अब इस मामले की सुनवाई 22 मार्च को होगी।