सरोना में भैंसथान स्थित एक डेयरी में गोसेवक और हिंदू संगठन से जुड़े लोगों की शिकायत पर शुक्रवार को डीडीनगर और पुरानी बस्ती थाना पुलिस ने दबिश देकर कच्चा और पका मांस जब्त किया है। दबिश की भनक लगते ही डेयरी संचालक व कर्मचारी भाग निकले। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि मांस को जांच के लिए लैब भेजा गया है। जांच रिपोर्ट आने के बाद ही साफ हो पाएगा कि गो मांस है या फिर भैंस आदि का मांस है। पुलिस के मुताबिक, भैंसथान में संचालित उस्मान कुरैशी की डेयरी में कथित तौर पर गो-मांस मिलने के बाद हंगामा किया था।
गो सेवकों व हिंदू संगठन से जुड़े लोगों ने डेयरी में तोड़फोड़ करते हुए आरोपितों की गिरफ्तारी की मांग की। मौके पर एडिशनल एसपी, सीएसपी, थाना प्रभारी समेत तैनात पुलिस बल ने तोड़फोड़ करने से सभी को रोका। जांच करने पर डेयरी में एक फ्रिज के अंदर कच्चा और कड़ाही में पका हुआ मांस मिला। पुलिस ने मौके से मिले मांस को जब्त कर जांच के लिए भेज दिया है। जब्त मांस गाय का है या किसी अन्य जानवर का, इसकी पुष्टि लैब रिपोर्ट आने के बाद ही हो पाएगी। पुलिस अधिकारियों ने रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई करने की बात कही है।
ओडिया में लिखा मिला पर्चा
पुलिस ने पाया कि खाने के बर्तन के साथ थाली में पके हुए मांस के साथ चावल था। इसके साथ ही पुलिस को मौके पर भारी मात्रा में ओडिया भाषा में लिखी पर्ची के साथ ही राजेंदर सिंह के नाम से ड्राइविंग लाइसेंस, हिर्शाद कुरैशी के नाम से आधार व पेन कार्ड भी मिले हैं।
बंद कीपैड मोबाइल भी जब्त
पुलिस ने डेयरी से कई बंद पड़े कीपैड मोबाइल टूटे-फूटे हालत में जब्त किया है। इसके अलावा मौके पर कई संदिग्ध दस्तावेज पुलिस के हाथ लगे हैं। जब्त दस्तावेजों की जांच करने के बाद पुलिस अधिकारी कुछ बता पाने की बात कह रहे हैं।
बांग्लादेशियों पर डेयरी चलाने का आरोप
हंगामा कर रहे हिंदू संगठन के कार्यकर्ताओं ने डेयरी संचालक के बांग्लादेशी होने का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि बांग्लादेशी फर्जी सर्टिफिकेट के आधार पर सरोना के आउटर में डेयरी की आड़ में मवेशियों को मारकर मांस की बिक्री कर रहे हैं।