महाराष्ट्र में लगातार बारिश से आम जनजीवन अस्त-व्यस्त है और राज्य में आम जनता के साथ-साथ मंत्री और एमएलसी भी इससे अछूते नहीं है। दरअसल बारिश के बाद आवागमन बाधित होने के बाद मंत्री और एमएलसी रेलवे ट्रैक पर पैदल चलकर विधानसभा पहुंचे हैं। वहीं ठाणे में पहाड़ी पर भूस्खलन हुआ है, हालांकि गनीमत की बात ये रही की इस हादसे में कोई हताहत नहीं हुआ है। देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में सोमवार को भारी बारिश के कारण आम जनजीवन काफी प्रभावित हुआ है। वहीं ट्रेनों की देरी के कारण विधानसभा सत्र में शामिल होने के लिए आ रहे मंत्री और एमएलसी को भी आम लोगों की तरह आवागमन की परेशानियों का सामना करना पड़ा। दरअसल महाराष्ट्र के राहत-पुनर्वास और आपदा प्रबंधन मंत्री अनिल पाटिल और एनसीपी एमएलसी अमोल मितकारी के हावड़ा-मुंबई ट्रेन से उतरकर कुछ दूर तक रेल की पटरियों पर चलने का वीडियो वायरल हो रहा है। वहीं इस मामले में एनसीपी नेता मितकारी ने कहा, ट्रेन करीब दो घंटे तक फंसी रही। हम दादर और कुर्ला स्टेशनों के बीच पटरियों पर उतरे थे। मैं रेलवे पटरियों समेत करीब 2 से 2.5 किलोमीटर पैदल चला और नेहरू नगर पुलिस स्टेशन पहुंचा। इस दौरान उन्होंने बताया कि कुछ विधायक भी उसी ट्रेन में फंसे हुए थे। बता दें कि रेलवे ट्रैक पर पैदल चलकर विधानसभा पहुंचने के बाद मंत्री अनिल पाटिल मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की अध्यक्षता में एक बैठक में शामिल हुए। जबकि इसके बाद उन्होंने और एनसीपी नेता मितकारी ने भारी बारिश की स्थिति का जायजा लेने के लिए बीएमसी आपदा प्रबंधन नियंत्रण कक्ष का दौरा भी किया। वहीं ठाणे जिले में सोमवार की दोपहर एक पहाड़ी पर भूस्खलन हुआ, जिसके कारण चार घरों में रहने वाले लोगों को उनके घरों से निकाला गया। मामले में ठाणे नगर निगम के क्षेत्रीय आपदा प्रबंधन प्रकोष्ठ के प्रमुख यासीन तड़वी ने कहा कि लोकमान्य नगर पाड़ा नंबर 4 में दोपहर 1:25 बजे हुए भूस्खलन में कोई हताहत नहीं हुआ। मामले में अधिकारियों को सूचना दिए जाने के तुरंत बाद राहत अभियान शुरू हो गया। वहीं पहाड़ी के बाकी हिस्से पर चार घर और दो पेड़ अब भी खतरनाक स्थिति में हैं। हमने चार घरों से 25 लोगों को निकाला और उन्हें सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया है। फिलहाल पूरे इलाके को सील कर दिया गया है और आगे की कार्रवाई के लिए वरिष्ठ अधिकारी मौके पर मौजूद हैं।