भिलाई: भिलाई के कैप-1 में बुधवार की अल सुबह करंट लगने से मजदूर चंद्रमनी साहू की मौत हो गई। निर्माणाधीन बिल्डिंग में सैप्टिक टैंक बनाने खोदे गए गड्ढे से पानी निकालने लगाया गया सब-मर्सिबल पंप ठीक करते समय वह करंट की चपेट में आ गया। पानी के अंदर डूबी मोटर में इस कदर करंट उतरा कि पानी से भरे गड्ढे में वह अचेत होकर गिर गया और मौत हो गई। क्योंकि बिल्डिंग के मालिक पूर्व पार्षद जोहन सिन्हा घटना की जानकारी मिलते ही चंद्रमनी को लेकर लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल पहुंचे, जहां अॉन ड्यूटी डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया।
परिजनों की तसल्ली के लिए वह चंद्रमनी को सुपेला से लेकर बीएम शाह अस्पताल पहुंचे, वहां के डॉक्टर ने भी उसे मृत बताया। इतना सुनते ही मजदूर के परिवार के लोगों ने हंगामा शुरू कर दिया। अस्पताल परिसर में शुरू हुआ हंगामा समय बीतने के साथ मुआवजे की मांग में बदल गया। सूचना मिलते ही क्षेत्रीय पुलिस दल-बल के साथ मौके पर पहुंच गई। दोनों पक्षों से भीड़ बढ़ती देख प्रशासन व स्थानीय लोगों ने दोनों पक्षों से बातचीत शुरू किया। दो घंटे से भी ज्यादा समय तक चली जद्दोजहद के बाद 3 लाख रुपए मुआवजा देने पर बात बनी।
पोल पर लगे बोर्ड से जोड़ा तार, इसलिए उतरा करंट मजदूर चंद्रमनी की जिस सब-मर्सिबल पंप में करंट आने से मौत हुई, उसका कनेक्शन उसने प्लक के पास के विद्युत पोल से लगे बोर्ड में लगाया था। तार लगाने पर मोटर नहीं चली तो वह उसे ठीक करने आसपास के अन्य लोगों के सामने पानी में घुसा। करंट लगने पर पानी में ही गिरकर अचेत हो गया। जब तक कोई देखता उसकी मौत हो गई थी।