रिसाली: में हनुमान जयंती मंगलवार को हर्षोल्लास के साथ मनाई गई। इस दौरान पर भव्य शोभायात्रा निकाली गई। शोभायात्रा में लोग भगवा झंडा लिए जय श्रीराम, बजरंग बली के नारे लगा रहे थे। शोभायात्रा आशीष नगर रिसाली के विभिन्न मार्ग होते हुए डी .पी .एस. चौक स्थिति मंदिर पहुंची। हनुमान मंदिरों में रामचरित मानस का पाठ हुआ। इस दौरान हनुमानजी का भव्य श्रृंगार किया गया। और भगवा ध्वज फहराया गया। इस अवसर पर दुर्ग ग्रामीण विधायक ललित चंद्राकर ने क्षेत्र वासियों को हनुमान जन्मोत्सव की हार्दिक शुभकामनाएं प्रेषित किया और इस भव्य व ऐतिहासिक आयोजन के लिए आयोजक समिती को धन्यवाद ज्ञापित किया
मंदिरों में पूजन-आरती के साथ ही आयोजित भंडारे में सैकड़ों श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया,हनुमान जयंती पर पूरा क्षेत्र अबीर, गुलाल के साथ केसरिया रंग से पटा रहा। वाद्ययंत्रों व श्रद्धालुओं द्वारा लगाए जा रहे जय श्रीराम, जय हनुमान के गगनभेदी जयघोष से वातावरण गूंजायमान हो उठा
शोभायात्रा में आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा। लोगों की संख्या इतनी थी कि हर तरह हुजूम ही दिख रहा था। बुढ़े, युवक व बच्चों के साथ महिलाओं ने भी शोभायात्रा में भारी उत्साह के साथ शिरकत किया। शोभायात्रा में शामिल तमाम देवी-देवताओं की मनोरम झांकियां लोगों को आकर्षित कर रही थी। इस दौरान युवाओं ने शस्त्रों के साथ शौर्य प्रदर्शन किया। गर्मी को देखते हुए श्रद्धालुओं के लिए शोभायात्रा के मुद्देनजर जगह-जगह शीतल जल, शरबत, जलपान आदि के स्टाल लगाए गए थे। लोगों ने उत्साह पूर्वक भाग लेते श्रद्धालुओं की आवभगत की। विभिन्न सामाजिक संगठनों के कार्यकर्ताओं ने कंधे से कंधा मिलाकर एक साथ भाग लिया। सेल्फी लेने की रही होड़
शोभायात्रा में शामिल अधिकांशत: युवा व महिलाएं भीड़ एवं झांकी के साथ सेल्फी लेने के लिए होड़ मचाई रहीं। श्रद्धालु तस्वीरें कैद कर दूर-दराज में रह रहे अपने परिचितों व परिजनों को यहां की अलौकिक छटा दिखाते रहे।
इस अवसर पर श्री केशरी समिति के सचिव शोभायात्रा के आयोजक व पार्षद मनीष यादव ने क्षेत्र वासियों को हनुमान जन्मोत्स्व की हार्दिक शुभकामनाएं प्रेषित किया आयोजन में शामिल सभी भक्त जनों प्रमाण कर आयोजन सफल बनाने के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया
इस अवसर पर पप्पू चंद्राकर सांसद प्रतिनिधि, दुर्ग ग्रामीण विधान सभा चुनाव प्रभारी गौरी शंकर श्रीवास जी,सह संयोजक प्रीतपाल बेलचंद्न जी,प्रेद्श महा मंत्री उपकार चंद्राकर, व बड़ी संख्या में देव तुल्य श्रद्धालू जन उपस्थिति रहे