नई दिल्ली । भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने कहा है कि वह 12 अप्रैल को नॉन- बैंकिंग फाइनेंस कंपनियों आईआईएफएल फायनेंस और जेएम फायनेंशियल प्रोडक्ट का विशेष ऑडिट शुरू करेगा। केंद्रीय बैंक ने विशेष ऑडिट करने के लिए ऑडिटरों की नियुक्ति के लिए टेंडर मंगाए हैं। उन्होंने कहा कि वे इस स्पेशल ऑडिट में उन सभी सवालों पर ध्यान देंगे जो उनके पास नियमित ऑडिट के समय आए थे। बता दें विशेष ऑडिट कंपनी की गोल्ड लोन बुक का होता है। आरबीआई ने कहा था कि सुपरवाइजी से जुड़ी समस्याओं के कारण वे आईआईएफएल फाइनेंस द्वारा नए गोल्ड लोन बंद कर रहे हैं। बता दें कि आरबीआई का ये ऑडिट हालिया नियामक कार्रवाई के बाद हो रहा है। 4 मार्च को आरबीआई ने आईआईएफएल फाइनेंस को तत्काल प्रभाव से गोल्ड लोन की मंजूरी या डिस्ट्रीब्यूशन बंद करने के लिए कहा था। आरबीआई की कार्रवाई के बाद आईआईएफएल ने 8 मार्च को केंद्रीय बैंक को एक अनुपालन रिपोर्ट दायर की थी। खबर के मुताबिक आईआईएफएल फाइनेंस के अध्यक्ष और स्वतंत्र निदेशक एके पुरवार ने कहा कि आरबीआई को हमारी प्रतिक्रियाएं निर्धारित समय के भीतर प्रस्तुत की गईं। इसके अलावा केंद्रीय बैंक ने 5 मार्च को तत्काल प्रभाव से जेएम फाइनेंशियल प्रोडक्ट्स लिमिटेड (जेएमएफपीएल) को शेयरों और डिबेंचर के खिलाफ लोन देने से रोक दिया था, जिसमें शेयरों की आरंभिक सार्वजनिक पेशकश (आईपीओ) के खिलाफ लोन की मंजूरी और वितरण भी शामिल था। आरबीआई ने कहा कि वित्तीय सेवा फर्म की ऋण प्रक्रिया में कुछ गंभीर कमियां देखने के बाद यह कार्रवाई की गई है।