इंटरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार में रुपया गिरावट के साथ कारोबार कर रहा है। वए साल 2024 के शुरू होने पर निवेशकों को उम्मीद थी कि भारतीय करेंसी में तेजी आएगी वहीं बीते दिन भी रुपया गिरकर कारोबार कर रहा था। इस गिरावट की वजह से रुपया निचले स्तर पर पहुंच गया है। आज डॉलर के मुकाबले रुपया 11 पैसे की गिरावट के साथ 83.32 पर बंद हुआ है।
फॉरेक्स ट्रेडर्स ने कहा कि विदेशी फंड की निकासी और आयातकों की ओर से डॉलर की मांग ने निवेशकों की भावनाओं पर असर डाला।
निचले स्तर पर रुपया
आज इंटरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार में रुपया 83.28 पर खुली और अंत में डॉलर के मुकाबले 83.32 पर बंद हुई, जो पिछले बंद से 11 पैसे कम है। साल 2024 के पहले कारोबारी सत्र में सोमवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 5 पैसे टूटकर 83.21 पर आ गया।
बीएनपी परिबास द्वारा शेयरखान के अनुसंधान विश्लेषक अनुज चौधरी ने कहा
शेयर बाजार में आई गिरावट और सकारात्मक अमेरिकी डॉलर के कारण भारतीय रुपये में 0.14 प्रतिशत की गिरावट आई। कच्चे तेल की कीमतों में उछाल का भी रुपये पर असर पड़ा। लाल सागर में भू-राजनीतिक तनाव और मध्य पूर्व में चल रहे संघर्ष के बीच सुरक्षित आश्रय की अपील पर अमेरिकी डॉलर में तेजी आई। हमें उम्मीद है कि कमजोर शेयर बाजार और अमेरिकी डॉलर में बढ़ोतरी के कारण रुपया नकारात्मक के साथ कारोबार करेगा। कच्चे तेल की कीमतों में बढ़ोतरी का भी भारतीय करेंसी पर असर पड़ सकता है। हालांकि, किसी भी एफआईआई आउटफ्लो से निचले स्तर पर रुपये को समर्थन मिल सकता है।
डॉलर इंडेक्स हुआ मजबूत
दुनिया की बड़ी करेंसी के मुकाबले अमेरिकी मुद्रा की मजबूती बताने वाला डॉलर इंडेक्स 0.11 प्रतिशत बढ़कर 101.44 पर बना हुआ है। कच्चे तेल में आज फिर तेजी देखी जा रही है और यह 2.13 प्रतिशत बढ़कर 78.68 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल पर है।
निचले स्तर पर स्टॉक मार्केट
आज शेयर बाजार निचले स्तर पर कारोबार कर रहा था। सेंसेक्स 379.46 अंक या 0.53 प्रतिशत की गिरावट के साथ 71,892.48 अंक पर बंद हुआ। निफ्टी 76.10 अंक यानी 0.35 फीसदी गिरकर 21,665.80 अंक पर आ गया। एक्सचेंज डेटा के अनुसार विदेशी संस्थागत निवेशक ने सोमवार को 855.80 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।