बिलासपुर जिले की सभी छह विधानसभा सीटों की मतगणना कोनी स्थित इंजीनियरिंग कालेज में की गई। सुबह आठ बजे से काउंटिंग शुरू हुई। इसके पहले उम्मीदवारों के समर्थक कोनी पहुंच गए थे। देखते ही देखते लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। सुबह 10 बजे के बाद जैसे ही रुझान भाजपा के पक्ष में आया समर्थक बड़ी संख्या में पहुंचने लगे। दोपहर 12 बजे के बाद मतगणना स्थल मेले जैसा हो गया था।
भाजपा समर्थक जमकर नारेबाजी करने लगे। प्रदेश में भाजपा की सीट अधिक आने की जानकारी मिलने के बाद कांग्रेस के समर्थक धीरे-धीरे एक लौटते गए। कोनी स्थित मतगणना स्थल के बाहर का नजारा किसी मेले से कम नहीं था। मार्ग के दोनों तरफ चाट, गुपचुप, समोसे व आइसक्रीम की दुकानें लगी हुईं थीं। इन छोटे व्यवसायी मतगणना के दिन बड़ी संख्या में यहां पहुंचते हैं। इसीलिए वह पहले से ही तैयारियां कर रखे हुए थे।
सुबह पांच बजे से दुकानें सजनी लगी थीं। प्रशासन की ओर से मतगणना स्थल के बाहर पानी तक की व्यवस्था नहीं की गई थी। ऐसे में सुबह से लेकर परिणाम आने तक डटे समर्थकों ने इन दुकानों से खाने-पीने की चीजें खरीदी और पानी बाटल खरीदकर प्यास बुझाई।
घोड़े पर सवार होकर पहुंचे बिल्हा के प्रत्याशी
दिवाकर मतगणना स्थल पर बिल्हा विधानसभा के एक प्रत्याशी एक अलग ही अंदाज में पहुंचे। प्रबुद्ध रिपब्लिक पार्टी के प्रत्याशी निर्मल कुमार दिवाकर घोड़े पर सवार होकर मतगणना स्थल तक पहुंचे। सड़क पर वाहनों के बीच घोड़े पर सवार होकर जब यह प्रत्याशी पहुंचे तो उन्हें देखकर सभी पार्टी के समर्थकों के बीच आकर्षण का केंद्र बन गए। लोगों ने उनकी तस्वीर मोबाइल पर कैद की तो वहीं कुछ उनके साथ सेल्फी भी लेते नजर आए। घोड़े पर बैठे-बैठे एक होटल के सामने नाश्ता भी किया। लोगों उनके इस अंदाज से बेहद प्रभावित हुए।
प्रत्याशी कुछ देर बाहर पर घूमने के बाद घोड़े पर सवार होकर ही मतगणना स्थल परिसर पर पहुंचे। इस बीच उन्होंने घोड़े को इतना तेज दौड़ाया कि भीतर खड़े कार्यकर्ता व पुलिस कर्मी कुछ पल के लिए घबरा गए। वह खुद को बचाने के लिए इधर-उधर हटने लगे। हालांकि उन्होंने ऐसी लगाम खींची कि घोड़ा ठीक बैरियर से पहले रुक गया।
बढ़त के साथ बढ़ती रही भीड़
सुबह मतों की गिनती शुरू होने से पहले ही प्रत्याशी समर्थक पहुंचने लगे थे। जैसे- जैसे प्रत्याशियों को मिले मतों का रझान मिलते गया, वैसे ही समर्थकों की भीड़ बढ़ती गई। इतना ही नहीं अपने प्रत्याशियों की बढ़त पर समर्थक झूमते भी नजर आए। मतगणन स्थल परिसर के अंदर से ज्यादा बाहर का माहौल देखने लायक था। हर कोई यह चाहता था कि उन्होंने जिन्हें मतदान किया है, उनकों ही जीत मिले।
प्रत्याशियों की बढ़त से जहां समर्थकों के चेहरे खिल गए, वहीं जो प्रत्याशी पीछे चल रहे थे, उनके समर्थकों के चेहरे पर मायूसी नजर आई।
अब नई सहिबो, बदल के रहिबो… की गूंज
इस बार भारतीय जनता पार्टी का एक नारा खूब चला है। अब नई सहिबो, बदल के रहिबो। मतगणना स्थल के बाहर भाजपा प्रत्याशियों को जैसे-जैसे बढ़ती रही, कार्यकर्ता इस नारे को लगाते रहे। इसके साथ तालियां बजाकर एक-दूसरे का हौसला भी बढ़ाते रहे। जीत के बाद भी मतगणना स्थल के बाहर इसी नारे की गूंज सुनाई दी। इसके साथ जय श्रीराम और नरेंद्र मोदी जिंदाबाद के नारे भी लगते रहे। प्रत्याशियों की जीत पर समर्थकों ने जमकर उत्साह मनाया गया। पटाखे भी फूटे।
अमर की तस्वीर लेकर समर्थकों ने जताई खुशियां बिलासपुर से भाजपा प्रत्याशी अमर अग्रवाल की बढ़त का अंतर जब काफी बढ़ गया, समर्थकों की भीड़ मतगणना स्थल के बाहर बढ़ने लगी। कुछ समर्थक तो अमर की तस्वीर लेकर पहुंचे थे। इसके बाद तस्वीर लेकर इधर से उधर घूमते रहे और उनके जिंदाबाद के नारे लगाते रहे। हालांकि थोड़ी देर बाद अमर अग्रवाल मतगणना स्थल पर पहुंच गए। जिस पर समर्थक उनका स्वागत करने लगे। भाजपा प्रत्याशी अमर ने भी सभी समर्थकों से मुलाकात की और उनका अभिवादन स्वीकार किया।