बिल्हा क्षेत्र के ताला खार में गर्म राख से भरा हाइवा सड़क पर पलट गया। इससे हाइवा का ड्राइवर गर्म राख के नीचे दब गया। आसपास के लोगों ने किसी तरह उसे राख के नीचे से निकालकर निजी अस्पताल में भर्ती कराया। घटना के पांच दिन बाद उपचार के दौरान ड्राइवर की मौत हो गई।
इस पर पुलिस ने पीएम के बाद मामले को जांच में लिया है। हिर्री क्षेत्र के भोजपुरी में रहने वाले मनीष लहरे ड्राइवर थे। वे नोवा प्लांट में हाईवा चलाते थे। ड्राइवर 22 नवंबर की दोपहर प्लांट से हाइवा में गर्म राख लेकर निकला था। बिल्हा के ताला खार के पास उनके वाहन के सामने एक युवक आ गया। उसे बचाते हुए हाइवा सड़क से उतरकर पलट गया। वाहन के पलटने से उसमें भरा गर्म राख में ड्राइवर दब गया।
आसपास के लोगों ने किसी तरह ड्राइवर को गर्म राख के नीचे से निकाला। तब तक वह गंभीर रूप से झुलस गया था। ड्राइवर को निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। उपचार के दौरान ड्राइवर की 27 नवंबर को मौत हो गई। तारबाहर पुलिस ने पीएम के बाद डायरी बिल्हा थाने भेज दिया। पीएम रिपोर्ट और गवाहों के बयान के आधार पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।