नई दिल्ली । सड़क दुर्घटना में ज्यादातर मौतें समय पर मेडिकल असिस्टेंस नहीं मिल पाने से होती हैं। लोग पुलिस-कचहरी के चक्कर में पड़ने से बचने के लिए किसी की मदद तक करना मुनासिब नहीं समझते। हालांकि, पुलिस, कोर्ट और सरकार तक मदद देने वालों लोगों को बेवजह परेशान न करने की बात कह चुकी है इसके बावजूद लोगों के अंदर बैठा भय उन्हें किसी की जान बचाने तक से रोक देता है. लेकिन अब कार दुर्घटना के बाद मदद के लिए किसी का मुंह देखने की जरूरत नहीं होगी। गूगल ने टेक्नोलॉजी से इस समस्या का हल शुरू कर दिया है। गूगल ने एंड्रॉयड यूजर्स के लिए कार क्रैश डिटेक्शन सर्विस की शुरुआत भारत में भी कर दी है। हालांकि, अभी गूगल ने ये सेवा केवल अपने स्टॉक फोन यानी पिक्सल के लिए ही शुरू की है। ऐसा माना जा रहा है कि धीरे-धीरे अन्य एंड्रॉयड यूजर्स को भी यह फीचर मिलने लगेगा। गूगल का यह फीचर फिलहाल पिक्सल यूजर्स के लिए काम करेगा। दुर्घटना की स्थिति में पिक्सल तेजी से वाइब्रेट करेगा और फुल साउंड में अलार्म बजने लगेगा। इसके बाद ऑटोमैटिक तरीके से इमरजेंसी कॉन्टेक्ट नबंर पर कॉल चला जाएगा। इसके अलावा गूगल लोकल इमरजेंसी सर्विस-112 पर भी कॉल कर देगा जिससे कि बिना किसी की मदद के दुर्घटनाग्रस्त व्यक्ति के पास इमरजेंसी सेवा पहुंच सकेगी। क्रैश के बाद फोन के स्क्रीन पर आई एम ओके का ऑप्शन दिखेगा। इस पर क्लिक करने के बाद आपको 60 सेकेंड मिलेंगे और 3 विकल्प दिखाई देंगे। नो क्रेश, माइनर क्रेश और कॉल 112। आपको जो उचित लगे उस पर क्लिक कर दें। बता दें कि यह फीचर पिक्सेल6ए, पिक्सेल7ए, पिक्सेल8ए और पिक्सेल8 प्रो में दिया जा रहा है। आईफोन में यह फीचर पहले से मौजूद है लेकिन एंड्रॉयड के लिए इसकी शुरुआत होने से दुनियाभर की बड़ी जनसंख्या अब इस सुरक्षा के दायरे में आ जाएगी।