भिलाई । आतंकी संगठन आइएसआइएस (इस्लामिक स्टेट आफ इराक एंड सीरिया) का सक्रिय सदस्य वजीहउद्दीन का पूरा बचपन भिलाई में बीता है। बीएसपी स्कूल सेक्टर-6 में 12वीं तक की पढ़ाई करने के बाद वो आइएएस बनने का सपना लेकर अलीगढ़ चला गया था। वहां पर उसने अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) से बीए, एमए, डबल एमए और पीएचडी तक की पढ़ाई की, लेकिन आइएएस अधिकारी बनने के बजाए वो आइएसआइएस का सदस्य बन गया। वो एएमयू में ही प्रोफेसर की नौकरी करने लगा और युवाओं को आइएसआइएस से जोड़ने लगा था। यूपी एटीएस की टीम उसे भिलाई स्थित उसके घर से गिरफ्तार कर ले गई। यहां उसके पिता, मां, छोटा भाई, छोटे भाई की पत्नी और उसकी पत्नी अपने दो छोटे बच्चों के साथ रह रही है। हालांकि परिवार वालों को अब भी यकीन नहीं हो रहा है कि वजीहउद्दीन आइएसआइएस का आतंकी है।
बता दें कि सात नवंबर की सुबह उत्तर प्रदेश, लखनऊ से एटीएस की टीम ने स्मृति नगर चौकी पुलिस के सहयोग से आइएसआइएस के आतंकी वजीहउद्दीन को एसबीआइ कालोनी जुनवानी से गिरफ्तार किया था। वो पांच नवंबर को अपनी पत्नी व दो बच्चों के साथ अपनी भांजी की शादी में शामिल होने के लिए भिलाई आया था। यहां पहुंचने के बाद एटीएस की टीम उसे उठाकर ले गई। एटीएस के अधिकारियों ने स्थानीय पुलिस को जानकारी दी थी कि वजीहउद्दीन का सीधा संबंध आइएसआइएस के आतंकी रिजवान से है। साथ ही वो आइएसआइएस के आतंकी अब्दुल्ला अर्सलान और माज बिन तारिक के साथ उत्तर प्रदेश और अन्य स्थानों पर आतंकी हमलों की साजिश में भी शामिल रहा है। भिलाई से आइएसआइस जैसे संगठन के आतंकी के पकड़े जाने की जानकारी सामने आने के बाद शहर में इसकी काफी चर्चा भी हो रही है। यहां उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ में दूसरी बार आतंकी पकड़ाया है। इसके पहले वर्ष 2021 में खमतराई पुलिस ने रायपुर से राजू खान नाम के एक व्यक्ति को टेरर फंडिंग के मामले में गिरफ्तार किया था। उसके खाते में कराची से रुपये भेजे गए थे।
अलीगढ़ जाने के बाद वहीं बस गया था वजीहउद्दीन
वजीहउद्दीन का परिवार मूलत: महाराष्ट्र के नागपुर का रहने वाला है। करीब 45 साल पहले उसके माता-पिता भिलाई आए थे। पहले वे लोग सेक्टर-6 में रहते थे। उसके पिता वजीउद्दीन इदरीश की सिविक सेंटर में कपड़े की दुकान थी। बचपन में वजीहउद्दीन अपने पिता के साथ कपड़े की दुकान में भी बैठता था और एक एसटीडी भी चलाता था। 12वीं की परीक्षा पास करने के बाद करीब 11 साल पहले वह अलीगढ़ चला गया था। वहां पढ़ाई पूरी करने के बाद उसने वहीं की लड़की से शादी की और अलीगढ़ के फिरदौस नगर में रहने लगा था। वजीहउद्दीन का छोटा भाई यहां पर दूध बेचता है। वहीं उसके पिता अब बुजुर्ग होने के कारण घर पर ही रहते हैं।