बिलासपुर । जिला साहू समाज के महामंत्री पप्पू साहू ने कहा कि बिलासपुर जिला साहू मतदाताओं को हमेशा की तरह एक बार फिर ठगा जा रहा है। कहने को तो जातीय समीकरण को बैठाकर सीट दिए जाने की बात हो रही है। लेकिन दोनो राष्ट्रीय पार्टियां हर बार समीकरण से हटाकर साहू समाज को हाशिए पर रख देती हैं। उम्मीद है कि इस बार दोनो पार्टियां को बिलासपुर जिले के विधानसभा चुनावों में साहू समाज की मांग को गंभीरता से लेना होगा। अन्यथा समाज निर्दलीय प्रत्याशी उतारने को मजबूर होगी।
एक दिन पहले प्रेसवार्ता कर साहू समाज ने दोनो राष्ट्रीय पार्टियों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। जिला साहू समाज के महामंत्री पप्पू साहू ने बताया कि बिलासपुर जिले में करीब चार लाख पचास हजार से अधिक साहू मतदाता हैं। खासकर तखतपुर, बिल्हा और बेलतरा के साहू मतदाता प्रत्याशी को जिताने में हमेशा निर्णायक साबित हुआ है। लेकिन कभी भी बेलतरा, बिल्हा और तखतपुर में साहू प्रत्याशी को मैदान में नहीं उतारा गया।
पप्पू साहू ने बताया कि साहू मतदाता और प्रतिनिधि लगातार उपेक्षा से दुखी है। बावजूद इसके लोकतंत्र में अपनी भूमिका का बेहतर निर्वहन कर रहे हैं। दुख इस बात का है कि तीनों विधानसभा सभा क्षेत्रों में निर्णायक भूमिका में होने के बावजूद किसी भी साहू प्रतिनिधि को दोनो राष्ट्रीय पार्टियों ने टिकट नहीं दिया। गया। सभी लोग जानते हैं कि साहू समाज से कम मददाता होने के बाद भी कई समाज को कई कई बार विधासभा टिकट दिया गया। लेकिन साहू मदताताओं का उपयोग सिर्फ मतदान के लिए किया गया।
पप्पू साहू ने जानकारी दिया कि बिल्हा में 40, तखतपुर में 45, बिलासपुर में 12, मस्तूुरी में 26 हजार से अधिक साहू समाज के मतदाता है। हमारी मांग है कि दोनों राष्ट्रीय पार्टियां जिले में कम से कम एक एक टिकट साहू समाज को दें। जिससे लोकतंत्र में बिलासपुर से साहू समाज अपनी भूमिका का बेहतर निर्वहन करे। क्योंकि हर बार साहू समाज छले जाने के लिए तैयार नहीं है। समाज ने यह भी फैसला किया है कि यदि पार्टियों ने टिकट नहीं दिया तो समाज ने फैसला किया है कि बेलतरा, बिल्हा, और मस्तूरी बिलासपुर से एक एक निर्दलीय चेहरा मैदान में उतारेंगे।