नई दिल्ली । केंद्र सरकार ने डोमेस्टिक प्रोड्यूस क्रूड ऑयल पर विंडफॉल टैक्स को 6,700 पर टन से बढ़ाकर 10,000 प्रति टन कर दिया है। हालांकि डीजल एक्सपोर्ट पर शुल्क पहले के 6 रुपए प्रति लीटर से घटाकर 5.50 रुपए प्रति लीटर कर दिया गया है। वहीं एविएशन टर्बाइन फ्यूल (एटीएफ) पर शुल्क पहले के 4 रुपए प्रति लीटर से घटाकर 3.50 रुपए प्रति लीटर कर दिया गया है। नई दरें 16 सितंबर से प्रभावी हो गई हैं। इससे पहले दो सितंबर को विंडफॉल टैक्स में बदलाव किया गया था। सरकार ने दो सितंबर को विंडफॉल टैक्स में कटौती की थी। केंद्र सरकार ने घरेलू स्तर पर उत्पादित कच्चे पेट्रोलियम पर विंडफॉल टैक्स को 7,100 रुपए प्रति टन से मामूली रूप से घटाकर 6,700 रुपए प्रति टन कर दिया था, जबकि इससे पहले 1 जुलाई 2022 को सरकार ने एक्सपोर्ट ड्यूटी लगाया था। 1 जुलाई 2022 को सरकार ने पेट्रोल और एटीएफ पर 6 रुपए प्रति लीटर और डीजल के निर्यात पर 13 रुपए प्रति लीटर का निर्यात शुल्क लगाया था। घरेलू कच्चे तेल की बिक्री पर 23,250 रुपए प्रति टन का विंडफॉल टैक्स लगाया गया था। तब से केंद्र इंटरनेशनल कच्चे तेल की कीमतों के आधार पर हर पखवाड़े में लेवी की समीक्षा कर रहा है। ग्लोबल स्तर पर कच्चे तेल के दाम में पिछले कुछ समय से बढ़ोतरी जारी है। कई देशों ने कच्चे तेल के प्रोडक्शन में भी कटौती की है। डब्लूटीआई कच्चा तेल 90 डॉलर प्रति बैरल पर जा पहुंचा है। वहीं ब्रेंट कच्चा तेल 94 डॉलर प्रति बैरल पर है। गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने सबसे पहले एक जुलाई 2022 को कच्चे तेल की बिक्री पर विंडफॉल टैक्स लगाया था। भारत के अलावा यूके, इटली और जर्मनी समेत कई देशों ने पहले ही ऊर्जा कंपनियों के सुपर नॉर्मल प्रॉफिट पर विंडफॉल टैक्स लगाया था।