दुर्ग / विश्व आदिवासी दिवस के उपलक्ष्य में आज बीआईटी दुर्ग के आडिटोरियम में जिला स्तरीय समारोह का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि छत्तीसगढ़ स्टेट वेयर हाउसिंग कॉर्पोरेशन के अध्यक्ष एवं दुर्ग विधायक अरुण वोरा एवं अन्य अतिथियों ने छत्तीसगढ़ महतारी के तैल चित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किये। कार्यक्रम में राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग के उपाध्यक्ष आर.एन. वर्मा, महापौर दुर्ग धीरज बाकलीवाल एवं पूर्व महापौर भिलाई सुश्री नीता लोधी, जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक के अध्यक्ष राजेन्द्र साहू, महापौर रिसाली श्रीमती शीला सिन्हा, जिला पंचायत की अध्यक्ष श्रीमती पुष्पा यादव, अखिल भारतीय गोण्डवाना समाज की उपाध्यक्ष डॉ. श्रीमती वेदवती मंडावी, पार्षद चंद्रभान सिंह ठाकुर सहित अन्य समाज प्रमुख, संभागायुक्त महादेव कावरे, कलेक्टर पुष्पेंद्र कुमार मीणा, पुलिस अधीक्षक शलभ सिन्हा, अपर कलेक्ट अरविंद एक्का, जिला पंचायत के सीईओ अश्वनी देवांगन, आयुक्त नगर निगम भिलाई रोहित व्यास एवं समस्त विभाग के जिला प्रमुख अधिकारी कार्यक्रम में सम्मलित हुए। समारोह में छात्रावास के विद्यार्थियों ने मनमोहक पारम्परिक सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी। समारोह में समाज के प्रतिभावान बच्चों को अतिथियों ने अपने करकमलों से प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया। समारोह को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि छत्तीसगढ़ स्टेट वेयर हाउसिंग कॉर्पोरेशन के अध्यक्ष एवं विधायक अरुण वोरा ने कहा कि छत्तीसगढ़ की संस्कृति आदिवासी संस्कृति से पूरी तरह प्रभावित रहा है। यह दिन विश्वभर में आदिवासी समुदायों के आदिकाल संस्कृति और सभ्यता को समर्पित है। उनके संरक्षण, सम्मान और विकास को बढ़ावा देने का एक अवसर है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ की भूमि सोनाखान के शहीद वीरनारायण सिंह औऱ बस्तर भूमकाल के शहीद गैंद सिंग की भूमि है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भुपेश बघेल के नेतृत्व में राज्य सरकार आदिवासी समाज के उत्थान हेतु कार्य कर रही है। सरकार समाज के सशक्त विकास के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने सभी को विश्व आदिवासी दिवस की बधाई और समाज के प्रतिभावान बच्चों को अपनी शुभकामनायें दी।
संभागायुक्त महादेव कावरे ने अपने सम्बोधन में सभी को विश्व आदिवासी दिवस की शुभकामनाएं दी । उन्होंने आयोजन के उद्देश्यांे पर प्रकाश डाला। संभागायुक्त ने अवगत कराया कि छत्तीसगढ़ में 32 प्रतिशत आदिवासी समाज निवासरत हैं। उन्होंने बताया कि संयुक्त राष्ट्र संघ में आदिवासियों के भलाई के लिए एक कार्य दल गठित किया था जिसकी बैठक 9 अगस्त 1982 को हुई। और इस दिन से विश्व आदिवासी दिवस हर साल 9 अगस्त को मनाया जाने लगा है। उन्होंने कहा कि समाज के विकास के लिए शिक्षा जरूरी है। शासन द्वारा समाज को सम्बल बनाने प्रयास किया जा रहा है, हमंे शासन की योजनाओं का लाभ लेना है। भिलाई नगर निगम के पार्षद चंद्रभान सिंग ठाकुर ने आदिवासी समाज के पुरखो को स्मरण करते हुए सवैधानिक अधिकारों की ओर समाज का ध्यान आकृष्ट किया। श्रीमती चंद्रिका रावटे ने वर्तमान में समाज की स्थिति पर विस्तार से प्रकाश डाला। अखिल भारती गोंडवाना समाज की उपाध्यक्ष डॉ श्रीमती वेदवती मंडावी ने सभी को विश्व मूल निवासी दिवस की शुभकामनाए दी। उन्होंने कहा कि इसे हम समाज की जागरूकता दिवस भी कह सकते है। उन्होंने आदिवासियों के उत्थान व पहचान एवं संस्कृति को रेखांकित किया। उन्होंने समाज के लोगो से उठो जागो और संघर्ष करने का आह्वान किया।
विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर जेइइ मेन्स उत्तीर्ण करने वाले छात्र परमेश्वर ग्राम बेलमंद (डौण्डी) और कुमारी कावेरी माण्डवी राजनांदगॉव तथा नीट परीक्षा उत्तीर्ण करने पर कुमार दीपीका नाग राजनांदगॉव को प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया गया। इसी प्रकार प्रयास आवासीय विद्यालय दुर्ग के कक्षा 10वी एवं 12वी के छात्र क्रमशः मनोहर कोर्राम, लेखनी राणा, देवेश कुमार मांझी, कोहिनूर धू्रव, दुर्गा मलिआर्य तथा अनिसा मिंज एमएससी बीएड व लक्ष्क्षण दई को बीएससी में उत्कृष्ट अंकों में उत्तीर्ण करने के लिए सम्मानित किया गया। इसके अलावा जिला अंत्यावसायी सहकारी विकास समिति द्वारा आदिवासी स्वरोजगार योजनांतर्गत हितग्राही श्रीमती सविता ठाकुर ग्राम घौंराभाठा हेतु श्रृगार सदन हेतु 20 हजार रूपए का चेक, श्रीमती तोमेश्वरी ठाकुर ग्राम घौंराभाठा हेतु सिलाई मशीन हेतु 20 हजार रूपए का चेक, श्रीमती तोमन नेताम ग्राम मर्रा को जनरल एवं किराना स्टोर्स हेतु 50 हजार रूपए का चेक, श्रीमती नंदनी ठाकुर ग्राम असोगा को आचार, बड़ी, पापड़ व्यवसाय हेतु 20 हजार का चेक तथा श्रीमती पार्वती धमना को मशरूम उत्पादन हेतु 20 हजार रूपए का चेक प्रदान किया गया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में समाज के पदाधिकारी और छात्र-छात्राएं उपस्थित थे। कार्यक्रम के समापन अवसर पर अपर कलेक्टर श अरविंद एक्का ने आभार प्रदर्शन किया।
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