भिलाई / विधानसभा चुनाव नवंबर मे होना है इसको लेकर राजनीतिक पार्टियां जहां पूरी तरह सक्रिय हो गई है, वहीं विधानसभा चुनाव लड़ने को आतुर कार्यकर्ता भी अपनी दावेदारी को पक्का करने नेताओं के चौखट पर दस्तक देने लगे हैं और अपने आप को योग्य बताते हुए, उन्हें टिकट मिलती है तो जीत का भरोसा भी दिलाया रहे हैं इन सब में कुछ प्रिंट मिडिया से जुड़े लोग ऐसे नेताओं की भावनावो का लाभ लेना शुरू कर दिया है बकायदा कुछ प्रेस से जुड़े लोग होटलों में एकत्र होकर उस नेता के लिए अपने पेपर मे अच्छा लिखने और टिकट दिलाने का भी वादा के साथ जिताने के लिए भी एक माहौल बनाने उस नेता को वादा कर रहे हैं, बकायदा इस लिए, एक मोटी रकम भी फिक्स की जा रही है, टिकट की इच्छा रखने वाले नेता भी इनके झांसे में आ रहे हैं, कुछ नेता और नेत्रीया तो बकायदा इनको पार्टी भी दे चुके हैं, बताया जाता है कि इन अखबार नवीसो से उनकी सेटिंग भी हो गई है की उनके प्रति अच्छा लिखें, जिससे वरिष्ठ नेताओं का ध्यान उनके तरफ जाये, भिलाई में एक नए तरह का ट्रेंड, शुरू हो चुका है जिसमें मीडिया मैनेजमेंट के नाम पर, कुछ लोग सक्रिय होकर अपना तो लाभ कमा ले रहे हैं, लेकिन अपनी बिरादरी के कई भाइयों के अधिकारों को छीन रहे हैं , बकायदा यह ये ज़ो मिडिया से जुड़े, वह यह बताने की उन को कोशिश कर रहे हैं अगर हमने माहौल बनाया तो टिकट आपको जरूर मिलेगी, टिकट की आस मैं बैठे यह नेता भी इनके झांसे में आ जा रहे हैं और इन्हें ही सर्वे सर्वा मानकर ज़ो ये कह रहें वो ही कर रहें है, टिकट की आस लगाये नेताओं को यह समझना होगा कि जिस तरह सभी लोगों का वोट मिलता है तो जीत उसकी होती है चंद लोग के वोट से चुनाव नहीं जीता जाता वैसे ही, कुछ लोगों के माहौल बनाने से, टिकट नहीं पाया जा सकता, कुछ प्रिंट मिडिया से जुड़े लोगो के झूठे आश्वासनों मे आने से नेतावों को बचना चाहिए जिससे वे आर्थिक नुकसान से भी बच सकते है