भरतपुर जिले के नदबई में आगामी 29 जून को होने वाले बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के कार्यक्रम को लेकर सभी कार्यकर्ताओं और बीजेपी नेताओं को जिम्मेदारियां सौंपी जाएगी। नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने बताया, मोदी सरकार के नौ साल पूरे होने पर लोकसभा स्तर पर कार्यकर्ताओं की बड़ी-बड़ी सभाएं चल रही हैं। उसी के चलते बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा भरतपुर आ रहे हैं। वह भरतपुर के सभी कार्यकर्ताओं की बैठक लेंगे। नौ साल में देश की तकदीर और तस्वीर जिस तरह बदली, उसके बारे में कार्यकर्ताओं से चर्चा की जाएगी। चुनावी साल है, इसलिए चुनावी चर्चा भी की जाएगी।
विपक्षी एकता पर राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि कल तक कांग्रेस को ललकारने वाले लोग, जिनका जन्म ही कांग्रेस के विरोध के रूप में हुआ था। आज वह गलबइयां करने की कोशिश में लगे हुए हैं। यह टुकड़ा-टुकड़ा गैंग एक हो जाए, तब भी बीजेपी का मुकाबला नहीं कर पाएगी। मतदाताओं का ध्रुवीकरण अपने हिसाब से होता है, जिन्हें मतदाताओं ने नकार दिया अब वह जुड़कर सोचते हैं, वह मुकाबला कर लें। बीजेपी की सबसे बड़ी जीत यही है, देश की सभी पार्टियां जिनकी नीतियां नहीं मिलती, ऐसी बेमेल नीतियां होने के बाद आज वो पार्टियां एक जगह आने पर मजबूर हैं। यह गठजोड़ चलने वाला नहीं है।
‘सीएम बजरंगबली को न ललकारें’
सीएम गहलोत के बजरंग बली वाले बयान पर राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि बजरंग बली ने रावण की लंका को आग लगाई थी। गहलोत बजरंग बली को न ललकारें, तो अच्छा रहेगा। हिन्दू और हिंदुत्व की विकृत परिभाषा राहुल गांधी ने दी थी। आज चोले के ऊपर से जनेऊ टांगने वाले लोग, मजबूर होकर जनेऊ टांग रहे हैं। वह हिन्दू और हिंदुत्व की बात करने लगे। राजस्थान में जो तुष्टीकरण की राजनीति चली वह जनता ने देखा है। साम्प्रदायिकता की आग में राजस्थान जलता रहा। इसलिए वोट बैंक की तलाश के अंदर दिखा कि अब जमीन खिसक गई है, अब वह दोबारा हिन्दू हिंदुत्व की बात करने लगे हैं।
‘बीजेपी के सामने कांग्रेस का कोई तुर्रम खां नहीं टिकेगा’
बराक ओबामा के बयान पर राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि आज अल्पसंख्यकों का हनन हो रहा है। वतनपरस्ती अल्पसंख्यक आज भी मोदी सरकार में बड़े खुश हैं। कई योजनाएं चलीं, तीन तलाक जैसी कुरीति अगर किसी ने ख़त्म की है तो नरेंद्र मोदी के शासन में ख़त्म हुई है। आज कानून का राज है, संविधान का राज है और संविधान के सामने हम सब सामान्य हैं। इसलिए कोई यह नहीं कहा कि बराक ओबामा के बयान से की वह राय देते, राय तो जब देते जब उन्हें देश के अंदर असमानता नजर आती।
कांग्रेस की राजनीति कांग्रेस के साथ है, बीजेपी का इससे कोई लेना-देना नहीं। कांग्रेस किसी भी तुर्रम खां को मैदान में उतार ले, जब-जब अशोक गहलोत जाते हैं तो, वह कांग्रेस पार्टी के सभी लोगों को साथ लेकर जाते हैं। पिछले बार 21 छोड़कर गए थे, हमारे लिए गिफ्ट में, अबकी बार 21 भी छोड़कर जाने वाले नहीं हैं।