क्रिकेट की सबसे पुरानी प्रतिद्वंद्विता एशेज सीरीज की शुरुआत शुक्रवार से होगी, जहां एजबेस्टन में इंग्लैंड की ‘बैजबाल’ शैली की टेस्ट की नंबर एक टीम आस्ट्रेलिया के विरुद्ध परीक्षा होगी। कप्तान बेन स्टोक्स और कोच ब्रेंडन मैकुलम के नेतृत्व ने टेस्ट में आक्रामक क्रिकेट खेला है और 17 में से 12 टेस्ट मैचों में जीत दर्ज की है। लक्ष्य का पीछा करते हुए इंग्लैंड ने पिछले एक साल में एक भी सीरीज नहीं गंवाई है।
स्टोक्स और मैकुलम-
स्टोक्स और मैकुलम की जोड़ी से पहले इंग्लैंड ने 17 टेस्ट मैच खेले थे, जिसमें उन्होंने सिर्फ एक मैच जीता था। इंग्लैंड क्रिकेट अब उस चरण में पहुंच गया है कि उसके खिलाड़ी हमेशा आक्रामक खेल खेलते हैं, चाहे वह छोटी टीम के विरुद्ध हो या फिर विश्व चैंपियन टीम।
पिछली एशेज में ऑस्ट्रेलिया की जीत-
ओवल में भारत को हराकर विश्व टेस्ट चैंपियनशिप की गदा जीतने वाली आस्ट्रेलियाई टीम के विरुद्ध भी स्टोक्स और उनकी टीम इसी रवैये के साथ उतरेगी। आस्ट्रेलिया ने पिछली एशेज सीरीज में इंग्लैंड को 4-0 से हराया था, लेकिन इस बार स्थिति बिल्कुल अलग होगी। बैजबाल की चुनौती पर आस्ट्रेलिया के बल्लेबाज स्टीव स्मिथ ने कहा कि इंग्लैंड के बल्लेबाजों ने दूसरी टीमों के विरुद्ध काफी अच्छा प्रदर्शन किया है, लेकिन उन्होंने हमारे गेंदबाजों के विरुद्ध अब तक नहीं खेला है। पिछले 12 महीनों में इंग्लैंड ने काफी अच्छा क्रिकेट खेला है, अब देखना होगा कि हमारे विरुद्ध चीजें कैसी जाती हैं। बेयरस्टो की वापसी: विकेटकीपर बल्लेबाज जानी बेयरस्टो की वापसी के बाद इंग्लैंड की बल्लेबाजी निश्चित रूप से मजबूत हुई है। चोटिल स्पिनर जैक लीच के बाहर होने के बाद मोइन अली संन्यास से वापसी कर रहे हैं, जो बल्लेबाजी को काफी गहराई देते हैं। हालांकि गेंदबाजी विभाग में लीच की अनुपस्थिति मेजबानी टीम के लिए बड़ा झटका है। इसके अलावा जोफ्रा आर्चर और ओली स्टोन भी टीम में नहीं हैं। ओली राबिन्सन और जेम्स एंडरसन की फिटनेस को लेकर भी समस्या है। वहीं, स्टोक्स भी सभी टेस्ट मैचों में गेंदबाजी करेंगे यह भी तय नहीं है।