नेशनल हाइवे 130 सड़क बना देवभोग क्षेतवासियो के लिये मुसीबत का सबब हल्की बारिश होते ही लग गई गाड़ियों की लम्बी कतार
राजापडाव व कोदोमाली के बीच ट्रक बसा गाड़ियों की लगी लम्बी कतार
गरियाबंद:- रायपुर से देवभोग जाने वाली सड़क झरियाबाहरा के बाद आने वाले लोगो के लिए मुसीबत का सबब बन चुकी है इन दिनों इस नेशनल हाइवे 130 सड़क से गुजरना राहगीरों व मालवाहन चालको के लिए टेड़ी खीर बन चुकी है। नेशनल हाइवे 130 के अधिकारियों के गैरजिम्मेदारी रवैये की सजा क्षेत्रवासी व यात्री बस मालवाहक चालक भुगत रहे है।
आज फिर एक वाहन दूसरे वाहन को साइड देते समय विभाग विभाग की निगरानी में ठेकेदार द्वारा डलवाये गए मिट्टी में फस गया जिसके चलते सड़क के दोनों ओर गाड़ियों की लम्बी कतार लग गई।मामला राजापडाव व कोदोमाली के बीच का बताया जा रहा है गाड़ी कल रात 8 बजे फसा है जो सुबह तक नही निकल पाया था।
यहा पर यह बताना लाजमी है कि यह पहला साल नही है कि इस सिंगल सड़क पर गाड़ी फसा है विभाग के रहमो करम से हर साल बारिश के दिनों में इस सड़क से गुजरने वाले लोगो को इस समस्या से दो चार होना पड़ता है। अब यहां पर सबसे बड़ा सवाल यह है कि आखिर क्यु नेशनल हाइवे विभाग के अधिकारी इस सड़क व साइड पट्टी का मरम्मत कार्य ठीक बारिश के पहले करवाती है।
इस साल भी झरियाबाहरा से लेकर देवभोग तक इस सिंगल सड़क का मरम्मत कार्य नेशनल हाइवे विभाग द्वारा रायपुर के सी के खेतान को दिया गया था ठीक बारिश के पहले ठेकेदार द्वारा मरम्मत कार्य शुरू किया गया और साइड पट्टी में विभाग के रहमो करम से ठेकेदार द्वारा ठोस मुरम की जगह मिट्टी का उपयोग किया गया वही सिंगल सड़क होने के चलते भारी वाहनों को साइड देने के लिए गाड़ी को नीचे उतारना पड़ता है और ठेकेदार द्वारा साइड पट्टी में डाली गई घटिया किस्म की मिट्टी में गाड़ी फस जाता है अब तो स्थिति ऐसी हो चुकी है कि छोटे वाहन चालकों को भी इस सड़क से गुजरने में डर लगने लगा है कि कब आगे से भारी वाहन मिल जाये और साइड देते हुए उनकी वाहन फस जाए। हर साल बारिश में रहता है यही समस्या क्षेत्र के बड़े नेताओं को नही है क्षेत्रवासियो कि समस्याओं से कोई लेना देना जिस वक्त इस सड़क का कार्य चल रहा था तब इस क्षेत्र से चुने हुए जनप्रतिनिधियों सड़क पर डल रहे मिट्टी पर सवाल नही उठाया जबकि यह समस्या इस साल की बस नही है हर साल बारिश में यही समस्या उत्तपन्न होती है आखिर क्या कारण है कि क्षेत्र से चुने गए जनप्रतिनिधि इस विकराल समस्या पर ध्यान नही देते यह अपने आप मे एक बड़ा सवाल है जबकि इस सड़क मार्ग से रोज क्षेत्र के बड़े नेताओ का गुजरना होता है।