ओडिशा/पश्चिम बंगाल: बंगाल की खाड़ी में उत्पन्न हो रहे चक्रवाती तूफान ‘दाना’ ने ओडिशा और पश्चिम बंगाल के निवासियों में चिंता की लहर पैदा कर दी है। इन राज्यों के तटीय क्षेत्रों में स्कूल और कॉलेजों को बंद करने का निर्णय लिया गया है, साथ ही 197 ट्रेनें भी रद्द कर दी गई हैं। यह तूफान इतना खतरनाक क्यों है और यह कब तट से टकराने वाला है, इस पर ध्यान देना आवश्यक है।
IMD द्वारा जारी किए गए चेतावनी
चक्रवाती तूफान ‘दाना’ तेजी से तट की ओर बढ़ रहा है। अनुमान है कि यह 25 अक्टूबर को पश्चिम बंगाल और ओडिशा के तटीय क्षेत्रों से टकरा सकता है, लेकिन इन राज्यों में पहले से ही तनाव बढ़ चुका है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, 24 अक्टूबर की रात को यह तूफान ओडिशा के पुरी और पश्चिम बंगाल के सागर द्वीप के बीच टकरा सकता है।
IMD द्वारा जारी किए गए चेतावनी के अनुसार, इस चक्रवात के कारण 120 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से तेज हवाएं चलने की संभावना है, जिससे तटीय क्षेत्रों में गंभीर नुकसान हो सकता है। इस स्थिति को देखते हुए स्थानीय प्रशासन ने पहले से ही आवश्यक कदम उठाने शुरू कर दिए हैं ताकि लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
ओडिशा सरकार की ‘दाना’ तूफान से निपटने की तैयारी
ओडिशा सरकार ने एक आधिकारिक आदेश जारी करते हुए बताया है कि गंजम, पुरी, जगतसिंहपुर, केंद्रपाड़ा, भद्रक, बालासोर, मयूरभंज, क्योंझर, ढेंकनाल, जाजपुर, अंगुल, नयागढ़, कटक और खुर्दा जिलों में सभी शैक्षणिक संस्थान, जैसे स्कूल, कॉलेज, विश्वविद्यालय, तकनीकी और पेशेवर संस्थान, पॉलिटेक्निक और आईटीआई, 23 से 25 अक्टूबर तक बंद रहेंगे। इन 14 जिलों के शैक्षणिक संस्थानों के प्रमुखों को आवश्यक निर्देश भी दिए गए हैं।
चक्रवात दाना के प्रभाव को देखते हुए कोलकाता एयरपोर्ट के अधिकारियों ने भी अपनी तैयारियों को तेज कर दिया है। नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के निदेशक डॉ. प्रवत रंजन बेउरिया ने जानकारी दी कि वर्तमान में एयरपोर्ट के अधिकारी मानक संचालन प्रक्रियाओं का पालन कर रहे हैं। तूफान के कारण भारी बारिश की संभावना है, जिससे एयरपोर्ट परिसर और उसके आस-पास जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। इस स्थिति को ध्यान में रखते हुए, एयरपोर्ट प्रशासन ने सभी आवश्यक उपाय किए हैं ताकि यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। अधिकारियों ने यात्रियों से अपील की है कि वे मौसम की स्थिति पर नजर रखें और यात्रा से पहले सभी आवश्यक जानकारी प्राप्त करें। इस प्रकार की तैयारियों से न केवल यात्रियों की सुरक्षा बढ़ेगी, बल्कि एयरपोर्ट के संचालन में भी कोई बाधा नहीं आएगी।