राजधानी के आउटर और आस-पास के इलाकों में मरीजों का इलाज करने वाले झोलाछाप डाक्टरों पर कार्रवाई शुरू कर दी गई है। बुधवार को खाद्य विभाग की टीम ने आरंग में ऐसे ही एक झोला छाप डाक्टर के क्लीनिक की जांच कर करीब 77 किस्म की दवाएं और कैप्सूल जब्त किए। इनमें नींद, गर्भपात और सर्दी-जुकाम के अलावा एंटीबायोटिक टेबलेट शामिल हैं। इन दवाओं का स्टॉक रखने के अलावा उन्हें देने का लाइसेंस भी जरूरी है। झोलाछाप डाक्टर ने किसी भी तरह की अनुमति नहीं ली थी।
खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग के मुख्यालय में झोलाछाप डाक्टरों के बारे में शिकायत की जा रही है। उच्च स्तर पर निर्देश के बाद ही टीम जांच के लिए निकली। आरंग के नरदहा में नीलकमल साहू ने लाइफ केयर के नाम से क्लीनिक खोला था। वहां कई गंभीर बीमारियों की दवाएं मरीजों को उपलब्ध कराई जा रही थी।