पेरिस ओलंपिक की आधिकारिक तौर पर शुरुआत 26 जुलाई से होगी, लेकिन इससे एक दिन पहले गुरुवार को भारतीय तीरंदाज अपने अभियान का आरंभ करेंगे। तीरंदाजी वो स्पर्धा है जिसमें भारत अब तक कोई ओलंपिक पदक हासिल नहीं कर सका है और अब भारतीय तीरंदाज लेस इनवैलिड्स गार्डन में क्वालीफिकेशन राउंड के साथ अपने अभियान की शुरुआत करेंगे। अनुभवी तरुणदीप राय और दीपिका कुमारी अपने चौथे ओलंपिक में भाग ले रहे हैं। उनकी अगुआई में टीम को पसंदीदा ड्रॉ हासिल करने के लिए क्वालीफिकेशन में कम से कम शीर्ष 10 में जगह बनानी होगी।
तीरंदाजी को ओलंपिक में 1988 में शामिल किया गया था और तब से भारतीय तीरंदाज लगभग हर ओलंपिक खेल में हिस्सा ले रहे हैं लेकिन अभी तक पोडियम तक पहुंचने में नाकाम रहे हैं। लंदन ओलंपिक 2012 के बाद यह पहला अवसर है जब भारतीय टीम में सभी छह खिलाड़ी शामिल हैं। भारतीय पुरुष और महिला टीमों ने रैंकिंग के आधार पर ओलंपिक के लिए क्वालिफाई किया जिसका मतलब है कि इस बार भारतीय तीरंदाज पांच स्पर्धाओं में भाग लेंगे।
क्वालीफिकेशन से तय होगी वरीयता
प्रत्येक तीरंदाज 72 तीर चलाएगा और क्वालीफिकेशन दौर में भाग ले रहे 53 देश के 128 खिलाड़ियों के स्कोर के आधार पर रविवार से शुरू होने वाली मुख्य नॉकआउट प्रतियोगिता के लिए वरीयता तय की जाएगी। भारतीय टीम के लिए क्वालीफिकेशन दौर महत्वपूर्ण होगा जो अक्सर निचली वरीयता हासिल करती रही हैं और ऐसे में नॉकआउट चरण में उन्हें दक्षिण कोरिया जैसी मजबूत टीम का सामना करना पड़ता है।
टोक्यो में पुरुष तीरंदाजों का निराशाजनक रहा था प्रदर्शन
टोक्यो ओलंपिक में भारत के सभी पुरुष तीरंदाज शीर्ष 30 में जगह नहीं बना पाए थे जिससे भारतीय टीम को नौवीं वरीयता मिली थी। भारत की एकमात्र महिला तीरंदाज दीपिका ने नौवां स्थान हासिल किया था। भारत को तब अपने अपने क्वार्टर फाइनल मुकाबलों में शीर्ष वरीयता प्राप्त कोरिया से हार का सामना करना पड़ा था। भारत को पुरुष टीम से काफी उम्मीद है जिसने इस साल शंघाई में विश्व कप के फाइनल में कोरिया को हराकर इतिहास रचा था। भारतीय टीम में राय और पिछले ओलंपिक में भाग लेने वाले प्रवीण जाधव के रूप में अनुभवी खिलाड़ी शामिल हैं, जबकि युवा खिलाड़ी धीरज बोम्मादेवरा एक महीने पहले अंताल्या विश्व कप में टोक्यो ओलंपिक के रजत पदक विजेता इटली के मौरो नेस्पोली को हराकर कांस्य पदक जीत कर उत्साह से लबरेज होंगे।
दीपिका पर रहेंगी नजरें
महिला वर्ग में सभी की निगाहें दीपिका पर टिकी रहेंगी। उन्होंने मां बनने के 16 महीने के अंदर शंघाई में विश्व कप के पहले चरण में रजत पदक जीत कर शानदार वापसी की थी। महिला टीम में उनके साथ देने के लिए अंकिता भकत और भजन कौर हैं। इन दोनों का यह पहला ओलंपिक होगा लेकिन वह वर्तमान ओलंपिक चक्र में भारतीय टीम का हिस्सा रही हैं और उनसे बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद की जा रही है।