छत्तीसगढ़ में पहली बार बच्चे का अंगदान किया गया। 11 साल का प्रखर 5 दिनों से रायपुर के हॉस्पिटल में भर्ती था। उसे खेले के के दौरान सिर पर चोट लग गई थी। उनकी माता मंजू साहू और पिता रमेश साहू 1 जून 2024 से अपने बच्चे के ठीक होने का इंतज़ार कर रहे थे। लेकिन 5 जून को ब्रेन डेड घोषित किया गया।
प्रखर कक्षा सातवीं का छात्र था और फुटबॉल खेलने का बहुत शौकिन था। दोस्तों के साथ फुटबॉल खेलते खेलते फुटबॉल के स्टैंड से उसके सिर पर गहरी चोट लग गई थी। ब्रेन डेड होने की वजह से डॉक्टरों ने उसके माता पिता को अंगदान करने का सुझाव दिया।