रायपुर लोकसभा का चुनाव जीतने के बाद बृजमोहन अग्रवाल की दक्षिण विधानसभा सीट खाली होने वाली है। दक्षिण विधानसभा भाजपा का एक ऐसा किला है, जिसे आज तक कांग्रेस ढहा नहीं पाई है। कांग्रेस ने हर बार अपना प्रत्याशी बदला लेकिन एक बार भी वह बृजमोहन को हरा नहीं पाई।
वहीं दूसरी ओर बृजमोहन के रहते इस सीट से भाजपा के किसी दूसरे नेता को टिकट ही नहीं मिली। लेकिन अब बृजमोहन की जीत से विधायक बनने की आस में भाजपा में दावेदारों की फौज खड़ी हो गई है।
वहीं कांग्रेसी खेमें में भी अब दक्षिण का किला फतह करने की उम्मीद जाग गई है। माना जा रहा है कि दक्षिण विधानसभा का उपचुनाव नगरीय निकाय चुनाव से पहले हो सकते हैं। ऐसे में कांग्रेस की ओर कई ऐसे नेता भी यहां से दावेदारी कर रहे हैं जो वर्तमान में निगम की राजनीति से जुड़े हुए हैं।