इसे लेकर शनिवार को मुख्यमंत्री ने अफसरों की बैठक लेकर उन्हें, इससे जुड़े प्रोजेक्ट तैयार करने को कहा है। सरकार की ओर से दी गई आधिकारिक जानकारी में कहा गया है कि, सड़कों पर खुले में घूमने वाले आवारा गौवंशों की सुरक्षा और इनसे जुड़े हादसों पर रोक लगाने के लिए ऐसा किया जा रहा है। छत्तीसगढ़ सरकार आवारा मवेशियों को लेकर एक नया कदम उठाने जा रही है। अब प्रदेश में आवारा मवेशियों और सड़कों पर दिखने वाली गायों के लिए गौ-अभयारण्य बनाए जाएंगे। पिछली कांग्रेस सरकार ने गौठान तैयार किए थे, उसी अवधारणा पर इन अभयारण्यों को विकसित किया जा सकता है।