Home राजनीति सुशील मोदी को प्रधानमंत्री समेत कई नेताओं ने दी श्रद्धांजलि

सुशील मोदी को प्रधानमंत्री समेत कई नेताओं ने दी श्रद्धांजलि

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बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के दिग्गज नेता सुशील कुमार मोदी का सोमवार देर रात निधन हो गया। वह कैंसर से पीड़ित थे। सुशील मोदी ने दिल्ली एम्स में 72 साल की उम्र में अंतिम सांस ली। वहीं, सुशील मोदी के निधन की खबर मिलते ही राजनीतिक गलियारे में शोक की लहर दौड़ गई।प्रधानमंत्री ने सुशील मोदी के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि पार्टी में अपने मूल्यवान सहयोगी और दशकों से मेरे मित्र रहे सुशील मोदी के असामयिक निधन से अत्यंत दुख हुआ है। बिहार में भाजपा के उत्थान और उसकी सफलताओं के पीछे उनका अमूल्य योगदान रहा है। आपातकाल का पुरजोर विरोध करते हुए, उन्होंने छात्र राजनीति से अपनी एक अलग पहचान बनाई थी। वे बेहद मेहनती और मिलनसार विधायक के रूप में जाने जाते थे।

पीएम मोदी ने कहा कि राजनीति से जुड़े विषयों को लेकर उनकी समझ बहुत गहरी थी। उन्होंने एक प्रशासक के तौर पर भी काफी सराहनीय कार्य किए। जीएसटी पारित होने में उनकी सक्रिय भूमिका सदैव स्मरणीय रहेगी। शोक की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिवार और समर्थकों के साथ हैं। ओम शांति!केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि हमारे वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी के निधन की सूचना से आहत हूं। आज बिहार ने राजनीति के एक महान पुरोधा को हमेशा के लिए खो दिया। ABVP से भाजपा तक सुशील ने संगठन व सरकार में कई महत्त्वपूर्ण पदों को सुशोभित किया।

उन्होंने कहा कि उनकी राजनीति गरीबों व पिछड़ों के हितों के लिए समर्पित रही। उनके निधन से बिहार की राजनीति में जो शून्यता उभरी है, उसे लंबे समय तक भरा नहीं जा सकता। दुःख की इस घड़ी में पूरी भाजपा उनके शोकाकुल परिवार के साथ खड़ी है। ईश्वर दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दें।भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने सुशील मोदी के निधन पर शोक व्यक्त किया है। उन्होंने एक्स पोस्ट में कहा कि बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी के निधन का समाचार अत्यंत दुःखद है। विद्यार्थी परिषद से लेकर अभी तक हमने साथ में संगठन के लिए लंबे समय तक काम किया। सुशील मोदी का पूरा जीवन बिहार के लिये समर्पित रहा।उन्होंने कहा कि बिहार को जंगलराज से बाहर निकालकर विकास के पथ पर लाने में सुशील मोदी का प्रयास बहुत मददगार रहा है। उनका ना होना असंख्य कार्यकर्ताओं के लिए यह एक अपूरणीय क्षति है ।