रायपुर। छत्तीसगढ़ व्यावसायिक परीक्षा मंडल (Vyapam) की ओर से आयोजित होने वाली प्रवेश परीक्षाओं के लिए आवेदन प्रक्रिया पूरी हो गई है। प्रदेश के विभिन्न शिक्षण संस्थानों में प्रवेश के लिए अलग-अलग 11 प्रवेश परीक्षाएं आयोजित की जाएंगी। इनमें प्री इंजीनियरिंग टेस्ट (पीईटी), प्री पालीटेक्निक टेस्ट (पीपीटी), प्री फार्मेसी टेस्ट (पीपीएचटी), प्री एग्रीकल्चर टेस्ट (पीएटी), प्री-बीएड, प्री-डीएलएड, बीएससी नर्सिंग, एमएससी नर्सिंग, पोस्ट बेसिक नर्सिंग, बीए.बीएड व बीएससी बीएड और एमसीए के प्रवेश परीक्षाएं शामिल हैं।
इन प्रवेश परीक्षाओं के लिए लगभग सवा पांच लाख आवेदन मिले हैं। इनमें सबसे ज्यादा बीएड और डीएलएड के लिए तीन लाख 71 हजार आवेदन मिले हैं। पिछले वर्ष की तरह इस बार भी सबसे ज्यादा आवेदन इन्हीं दो पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए मिले हैं। पिछले कुछ वर्षों से लगातार बीएड और डीएलएड की डिमांड बढ़ी है। इस वजह से बड़ी संख्या में आवेदन मिल रहे हैं।
प्रदेश में लगातार शिक्षकों की भर्ती हो रही है। राज्य में खुल रहे स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूलों में अतिथि शिक्षकों की भर्ती हो रही है, साथ ही नियमित शिक्षकों की भी भर्ती हो रही है। पिछले दिनों ही सरकार ने 33 हजार शिक्षक भर्ती की घोषणा की है।
इसके अलावा पीईटी के माध्यम से राज्य के इंजीनियरिंग कालेजों के अलावा एग्रीकल्चर और डेयरी टेक्नोलाजी में भी प्रवेश दिए जाएंगे। इस तरह से करीब साढ़े 10 हजार सीटों के लिए इस बार 15 हजार आवेदन मिले हैं। इंजीनियरिंग के सरकारी कालेजों के अलावा निजी कालेजों में भी प्रवेश के लिए स्पर्धा अधिक होगी।
फार्मेसी के लिए 22 हजार से ज्यादा आवेदन
फार्मेसी में प्रवेश के लिए 22 हजार से ज्यादा आवेदन मिले हैं। प्रदेश में फार्मेसी की लगभग नौ हजार सीटें है। पिछले वर्ष भी लगभग इतने ही आवेदन मिले थे, इसके बावजूद बी. फार्मा और डी. फार्मा की सीटें खाली रह गई थीं। नए कालेज खुलने की वजह से इस वर्ष फार्मेसी की सीटें बढ़ेगी।
इस तरह एमसीए की पांचों सीटों के लिए पांच हजार आवेदन मिले हैं। पिछले वर्ष भी लगभग दो हजार आवेदन आए थे, फिर भी एमसीए की सीटें खाली रह गई थी। पालीटेक्निक के लिए भी 20 हजार आवेदन मिले हैं। पिछले वर्ष 7,615 सीटों के लिए काउंसिलिंग हुई थी, फिर भी लगभग 60 प्रतिशत सीटें खाली रह गई थीं।
आचार संहिता के कारण बदलाव
व्यापमं की प्रवेश परीक्षाएं 13 जून शुरू होकर सात जुलाई तक आयोजित की जाएगी। इस संदर्भ में व्यापमं की तरफ से पिछले दिनों नोटिफिकेशन जारी कर दिया गया है। पहले ये परीक्षाएं मई से शुरू हो रही थीं, लेकिन आचार संहिता के कारण प्रवेश परीक्षा की तिथियों में बदलाव किया गया है। प्रवेश परीक्षाओं के बीच में ही शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) भी 23 जून को दो पालियों में होगी।
इस वर्ष डीएलएड में भी डिमांड
अभी तक बीएड करने वाले अभ्यर्थियों की संख्या ज्यादा रहती थी। सबसे ज्यादा आवेदन बीएड में ही आते थे, इस वर्ष भी आए हैं, लेकिन प्राइमरी शिक्षक भर्ती से बीएड डिग्री अमान्य होने के बाद डीएलएड की डिमांड बढ़ गई है। पिछले वर्ष भी डीएलएड की सभी सीटों पर प्रवेश हुए थे। इस वर्ष भी सभी सीटें भर जाएंगी। प्रदेश में बीएड की 14,400 और डीएलएड की 6,500 सीटें हैं।