खाद्य विभाग में निरीक्षक की नौकरी लगाने के नाम पर 35 लाख रुपये ले लिए गए। आरोपित ने कूटरचित दस्तावेज तैयार कर तीन लोगों को नियुक्ति पत्र भी दे दिया। जब प्रार्थी उसे लेकर ज्वाइन करने पहुंचे तब उन्हें इस बात का पता चला। इसके बाद अभनपुर थाने में आरोपित महेश्वर लाल सोनवानी पर धोखाधड़ी, कूटरचित दस्तावेज की धारा सहित अन्य धाराओं के तहत अपराध कायम किया गया है। आरोपित की पतासाजी की जा रही है।
ठग ने नौकरी के नाम पर युवाओं को बनाया शिकार
अभनपुर थाने में मुकेश कुमार देशलहरे, नरेन्द्र देशलहरे और यशवंत देशलहरे से ठगी की गई है। आरोपित रिस्ते में साढू भाई लगता है। प्रार्थी ने बताया कि महेश्वर सोनवानी खाद्य निरीक्षक के पद पर बेमेतरा में कार्यरत है। आरोपित ने घर में 2-3 वर्ष पूर्व आकर बताया कि अपने विभाग में खाद्य निरीक्षक के पद पर नौकरी लगवा देगा। उसकी बड़े-बड़े लोगों से जान पहचान है। इसके लिए प्रत्येक व्यक्ति को 25-25 लाख रुपये देने होंगे।
आरोपित ने पीड़ितों को फर्जी नियुक्ति पत्र भी दे दिया
प्रार्थी ने चेक के माध्यम से आरोपित को दो लाख 40 हजार रुपये, इसके बाद सात लाख 60 हजार और नकदी 10 लाख रुपये दे दिए। इसके बाद प्रार्थी के पिता की तबीयत खराब होने पर कुछ पैसे की मांग की गई। आरोपित ने 90 हजार रुपये वापस किए। इसके बाद जब आरोपित ने तीनाें को फर्जी नियुक्ति पत्र दे दिया। जब वे पता किए तो वह फर्जी निकला।
इसके बाद आरोपित से पैसे की मांग की गई तो उसने दिसंबर 2022 में कहा कि दो महीने में पैसे दे देगा। समय बीतने के बाद भी पैसे नहीं दिए। जब पैसे की लगातार मांग की जा रही थी तो उसने धमकी दी और पीड़ित से कहा कि मंत्रियों तक पहुंच है। उसका कोई कुछ नहीं कर सकता। इसके बाद आरोपित ने जान से मारने की धमकी दी।