भोपाल । मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए मतदान हो चुका है। 77.15 प्रतिशत मतदाताओं ने अपना निर्णय इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन में कैद कर दिया है। तीन दिसंबर को परिणाम आएंगे। इस बीच सब अपना-अपना आकलन कर रहे हैं।
प्रदेशभर से लिया है फीडबैक
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी प्रदेशभर से फीडबैक ले चुके हैं और आत्मविश्वास से भरपूर नजर आ रहे हैं। उनका दावा है कि भाजपा 140 से अधिक सीटें जीतकर सरकार बनाएगी। मुख्यमंत्री को विश्वास है कि प्रदेश की महिलाओं को हर माह आर्थिक सहायता वाली उनकी लाड़ली बहना योजना चुनाव में भाजपा की जीत में बड़ी भूमिका निभाएगी।
165 विधानसभा क्षेत्रों में सभाएं कीं
मुख्यमंत्री आवास पर सोमवार को मीडिया से अनौपचारिक चर्चा में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि 165 विधानसभा क्षेत्रों में मैंने सभाएं कीं। चुनाव अभियान के दौरान पूरा प्रयास यही रहा कि अधिक से अधिक स्थानों पर पहुंच सकूं। दीपावली के दिन के भी सभाएं कीं। त्योहार की तैयारी छोड़कर सभाओं में जो महिलाएं आईं, उससे मेरा यह विश्वास और मजबूत हुआ कि लाड़ली बहना योजना की बदौलत प्रदेश की नारी शक्ति फिर भाजपा को प्रदेश की सत्ता सौंपना चाहती है, क्योंकि यह योजना महिलाओं के आत्मसम्मान और सशक्तीकरण से जुड़ी है।
महिलाओं के मत प्रतिशत में बढ़ोतरी
मुख्यमंत्री ने कहा कि महिलाओं के मत प्रतिशत में दो प्रतिशत की वृद्धि हुई है। पिछले चुनाव में 10 से अधिक सीटों पर एक हजार से भी कम मतों के अंतर से हार-जीत हुई थी। ऐसी सीटों पर लाड़ली बहना निर्णायक होंगी। उन्होंने कहा कि कोई कुछ भी कहे, पर लाड़ली बहना योजना को लागू करना अर्थव्यवस्था को मजबूती देने वाला कदम भी है, क्योंकि यह पैसा अंतत: बाजार में ही आएगा। उन्होंने कहा कि अब तो अन्य राज्य भी योजना के संबंध में जानकारियां मांग रहे हैं।
कार्यकर्ताओं ने कामों को लेकर कमी बताई तो पूछा चुनाव लडूं या नहीं
शिवराज सिंह चौहान ने स्वयं के चुनाव लड़ने या न लड़ने की बात जनता से पूछने पर कहा कि कोई कहता है कि बुदनी से लड़ो तो कोई विदिशा से लड़ने की बात करता। बुदनी गया तो वहां सहज भाव से पूछा कि मैं चुनाव लडूं या नहीं। चुनाव प्रचार को लेकर शिवराज ने कहा कि पूरी पार्टी ने ताकत झोंकी। हमारा एक-एक कार्यकर्ता दिन-रात जुटा रहा। शहरी क्षेत्रों में कम मतदान पर कहा कि समग्रता में देखें तो मतदान बढ़ा है।
सिंचाई ने बदली प्रदेश की अर्थव्यवस्था
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में सिंचाई के क्षेत्र में हुई वृद्धि ने प्रदेश की अर्थव्यवस्था को बदलने में सबसे बड़ी भूमिका निभाई है। सिंचाई क्षेत्र बढ़ने से उत्पादन बढ़ा और किसानों के हाथों में अधिक राशि आई। यह बाजार में आई तो व्यापार चला और सरकार का राजस्व बढ़ा। हमारा बजट 3.14 लाख करोड़ रुपये से बढ़कर 3.19 लाख करोड़ रुपये हो गया है। अगले वर्ष यह साढ़े तीन लाख करोड़ रुपये हो जाएगा। यही कारण है कि मैं बार-बार कहता हूं कि मेरे पास पैसे की कोई कमी नहीं है।