नई दिल्ली । मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान सहित पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव के लिए जारी प्रचार अभियान के बीच प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 14-15 नवबंर को झारखंड का दौरा करने वाले हैं, इस दौरान भगवान बिरसा मुंडा की जन्मस्थली उलिहातू गांव जाएंगे और जनजातीय समूहों पर केंद्रित कार्यक्रम की शुरुआत करुंगा।
प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) के मुताबिक वह विकसित भारत संकल्प यात्रा को हरी झंडी दिखाकर रवाना करने वाले हैं। पीएम-किसान की 15वीं किस्त जारी कर और झारखंड में कई विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास करने वाले हैं। पीएम मोदी 15 नवंबर की सुबह रांची में भगवान बिरसा मुंडा स्मारक उद्यान में स्वतंत्रता सेनानी संग्रहालय का दौरा कर भगवान बिरसा मुंडा की जन्मस्थली उलिहातू गांव पहुंचने का कार्यक्रम हैं। जहां वह भगवान बिरसा मुंडा की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित करने वाले है। पीएमओ ने कहा कि मोदी भगवान बिरसा मुंडा की जन्मस्थली उलिहातू गांव का दौरा करने वाले पहले प्रधानमंत्री हैं।
वह खूंटी में आयोजित तीसरे जनजातीय गौरव दिवस के समारोह में भी भाग लेने वाले हैं। प्रधानमंत्री इस अवसर पर आईईसी (सूचना, शिक्षा और संचार) वैन को हरी झंडी दिखाएंगे। यात्रा शुरू में महत्वपूर्ण जनजातीय आबादी वाले जिलों से शुरू होगी और 25 जनवरी 2024 तक देश भर के सभी जिलों को कवर करेगी। कार्यक्रम के दौरान, मोदी विशेष रूप से कमजोर जनजातीय समूहों (पीवीटीजी) के समग्र विकास के उद्देश्य से 24,000 करोड़ रुपये की एक योजना की शुरुआत करने वाले हैं।
2023-24 के बजट में, पीवीटीजी की सामाजिक-आर्थिक स्थितियों में सुधार के लिए योजना की घोषणा की गई थी। पीएमओ के मुताबिक, 18 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में 75 पीवीटीजी हैं, जो लगभग 28 लाख की आबादी वाले 220 जिलों में फैले 22,544 गांवों में रहते हैं। पीएमओ ने कहा कि ये जनजातियां बिखरी हुई हैं और वन क्षेत्रों के दूरस्थ व दुर्गम इलाकों में रहती हैं। इसकारण पीवीटीजी परिवारों और बस्तियों को सड़क और दूरसंचार संपर्क से जोड़ने, बिजली, सुरक्षित आवास, स्वच्छ पेयजल, स्वच्छता, शिक्षा, स्वास्थ्य और पोषण तक बेहतर पहुंच और स्थायी आजीविका के अवसरों जैसी बुनियादी सुविधाओं को पूरा करने के लिए यह योजना बनाई गई है।
इस योजना को ग्रामीण सड़क, ग्रामीण आवास और पेयजल को कवर करने वाले मौजूदा कल्याणकारी कार्यक्रमों के तहत नौ मंत्रालयों के माध्यम से लागू किया जाएगा। इन दूरदराज की बस्तियों को कवर करने के लिए कुछ योजना मानदंडों में ढील दी जाएगी। इसके अलावा, प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना, सिकल सेल रोग उन्मूलन, टीबी उन्मूलन, 100 प्रतिशत टीकाकरण, पीएम सुरक्षित मातृत्व योजना, पीएम मातृ वंदना योजना, पीएम पोषण और पीएम जन धन योजना के लिए संतृप्ति कवरेज सुनिश्चित किया जाएगा।
पीएमओ ने बताया कि कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (पीएम-किसान) के तहत लगभग 18,000 करोड़ रुपये की 15वीं किस्त की राशि 8 करोड़ से अधिक लाभार्थियों को प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण के माध्यम से जारी की जाएगी। इस योजना के तहत, अब तक, 14 किस्तों में किसानों के खातों में 2.62 लाख करोड़ रुपये से अधिक हस्तांतरित किए गए हैं। अपनी यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री रेल, सड़क, शिक्षा, कोयला, पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस जैसे विभिन्न क्षेत्रों में लगभग 7200 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास करने वाले हैं। प्रधानमंत्री जिन परियोजनाओं की आधारशिला रखने वाले हैं, उसमें राष्ट्रीय राजमार्ग 133 के महागामा-हंसडीहा खंड के 52 किलोमीटर खंड को चार लेन का बनाना, राष्ट्रीय राजमार्ग 114-ए के बासुकीनाथ-देवघर खंड के 45 किमी खंड को चार लेन का बनाना, केडीएच-पुरनाडीह कोयला हैंडलिंग संयंत्र, आईआईआईटी रांची का नया शैक्षणिक और प्रशासनिक भवन शामिल हैं।
इसके अलावा जिन परियोजनाओं का उद्घाटन और जिन्हें राष्ट्र को समर्पित किया जाएगा, उनमें आईआईएम रांची का नया परिसर, आईआईटी आईएसएम धनबाद का नया छात्रावास, बोकारो में पेट्रोलियम तेल और स्नेहक (पीओएल) डिपो, कई रेल परियोजनाएं जैसे हटिया-पकरा खंड, तालगड़िया-बोकारो खंड और जारंगडीह-पतरातू खंड का दोहरीकरण शामिल हैं। पीएमओ ने कहा कि इसके अलावा झारखंड राज्य में 100 प्रतिशत रेलवे विद्युतीकरण की उपलब्धि को भी प्रधानमंत्री द्वारा राष्ट्र को समर्पित किया जाएगा।