नई दिल्ली । चुनावी राज्य राजस्थान दौरे से पहले कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने मोदी सरकार पर हमला बोलकर कहा कि पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना (ईआरसीपी) की घोषणा का वादा किया था। यह एक राष्ट्रीय परियोजना है, लेकिन वादे को नजरअंदाज कर दिया, इससे लोग नाराज हैं। प्रियंका गांधी ने कहा, राजस्थान के पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान प्रधानमंत्री ने पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना (ईआरसीपी) को राष्ट्रीय परियोजना घोषित करने का वादा किया था।
उन्होंने कहा, तब से राज्य सरकार बार-बार प्रस्ताव भेजती रही, (मुख्यमंत्री) अशोक गहलोत ने उन्हें एक दर्जन पत्र लिखे, लेकिन केंद्र राजस्थान के लोगों की समस्याओं को नजरअंदाज करती रही। राजस्थान के लोगों में इस वादाखिलाफी को लेकर गुस्सा है। उन्होंने कहा, मैं दौसा जिले के सिकराय से राज्य के लोगों को संबोधित करूंगी और उनका स्नेह और आशीर्वाद मांगूंगी।
इसके पहले 16 अक्टूबर को, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी बारां जिले में ईआरसीपी को लेकर मोदी सरकार पर निशाना साधकर आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री ने अपनी रैलियों के दौरान दो स्थानों पर इसका उल्लेख कर इस परियोजना में सहायता देने का वादा किया था। कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे ने कहा था, लेकिन अब वह इसके बारे में भूल गए हैं। किसी को नहीं पता कि सहायता का क्या हुआ। लेकिन कांग्रेस इस 25 हजार करोड़ रुपये के साथ पूरा कर रही है।उन्होंने कहा, इस राज्य से केंद्रीय मंत्री हैं और राजस्थान से 25 सांसद हैं, लेकिन किसी ने भी ईआरसीपी परियोजना के लिए कोई मांग नहीं उठाई है।
कांग्रेस पूर्वी राजस्थान के 13 जिलों में ईआरसीपी पीने योग्य और सिंचाई के पानी को राष्ट्रीय दर्जा देने की मांग कर रही है। ईसीआरपी परियोजना उन 13 जिलों में दो लाख हेक्टेयर से अधिक सिंचाई जल की समस्या को कम करेगी।कांग्रेस ने ईसीआरपी को एक चुनावी मुद्दा बना दिया है, क्योंकि इससे अजमेर, अलवर, भरतपुर, बारां, बूंदी, धौलपुर, दौसा, झालावाड़, जयपुर, कोटा, करौली, सवाई माधोपुर और टोंक जिलों की 83 विधानसभा सीटों पर असर पड़ने की संभावना है।