भोपाल। मिशन 2023 को फतह करने के लिए भाजपा और कांग्रेस ने पूरा दम लगा दिया है। भाजपा ने 79 सीटों पर प्रत्याशियों की घोषणा कर कांग्रेस को ललकारने की कोशिश की है। लेकिन कांग्रेस अपनी मती और गति से आगे बढ़ रही है। इसके पीछे राजनीति के धुरंधर खिलाड़ी और बड़े रणनीतिकार पूर्व मुख्यमंत्री तथा मप्र कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ की सोची-समझी रणनीति है। शायद यही वजह है कि पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और सांसद राहुल गांधी के बाद अब कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी भी पूरी तरह आश्वस्त हैं कि कमलनाथ मप्र में कांग्रेस को सत्ता के सिंहासन पर पहुंचाएंगे। यानी इन दोनों नेताओं की नजर में कमलनाथ मप्र में जीत की गारंटी हैं।
गौरतलब है कि 2018 में कमलनाथ ने अपनी चुनावी रणनीति और मैनेजमेंट से कांग्रेस को 15 साल बाद सत्ता में वापसी कराई थी। जब उन्हें प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया, तब कांग्रेस छिन्न-भिन्न थी। उन्होंने सारे क्षत्रपों को एक सूत्र में बांधा और भाजपा के 15 साल के शासनकाल को उखाड़ फेंका था। अब आलाकमान को विश्वास है कि कमलनाथ मिशन 2023 को जरूर फतह करेंगे और कांग्रेस बड़ी जीत के साथ सरकार बनाएगी।
अभी हाल ही में कांग्रेस सांसद राहुल गांधी मप्र के दौरे पर आए थे, तो उन्होंने मंच से उद्घोष किया था कि कमलनाथ जी हैं तो मप्र में कांग्रेस की जीत की गारंटी है। उसके बाद गत दिनों कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी धार के मोहनखेड़ा आईं तो उन्होंने भी कहा कि कमलनाथ जी के नेतृत्व में पार्टी प्रदेश में बेहतर नजर आ रही है। इस बार कांग्रेस बड़ी जीत दर्ज करेगी।
कांग्रेस आलाकमान सहित राहुल और प्रियंका को कमलनाथ पर विश्वास इसलिए है कि उन्होंने 2018 में 15 साल से जमी भाजपा को उखाडऩे में अहम भूमिका निभाई थी। यही नहीं उन्होंने गुटों में बंटी कांग्रेस को एकसूत्र में पिरो दिया है। पिछले 6 साल से कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष कमलनाथ का फोकस मप्र पर है। कमलनाथ के नेतृत्व में 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की जीत हुई थी, और कमलनाथ मुख्यमंत्री बने लेकिन 15 महीने के भीतर ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भाजपा का दामन थाम लिया था, जिससे कमलनाथ की सरकार बहुमत खो बैठी। कमलनाथ सीएम कुर्सी से हट गए लेकिन फिर भी उन्होंने मप्र को नहीं छोड़ा। और तब से कमलनाथ मप्र में और अधिक रूप से सक्रिय हुए। कमलनाथ कांग्रेस कार्यकर्ताओं की हौसला अफजाई कर रहे है। आलाकमान की रिपोर्ट के अनुसार मप्र में कांग्रेस इस बार 2018 की स्थिति से भी काफी मजबूत है। इसलिए कांग्रेस का हर नेता कमलनाथ का मप्र में जीत की गारंटी मान रहा है।