केएल राहुल की कप्तानी में खेल रही भारतीय क्रिकेट टीम ने मोहाली में शुक्रवार को खेले गए सीरीज के पहले वनडे में ऑस्ट्रेलिया पर 5 विकेट से जीत दर्ज की. इस मैच में टीम इंडिया की जीत के हीरो मोहम्मद शमी रहे. उन्होंने कुल 5 विकेट हासिल किए. शमी को हाल ही में एशिया कप के दौरान ज्यादा मौके नहीं मिले थे. मोहम्मद शमी का मानना है कि किसी भी खिलाड़ी को प्लेइंग 11 में जगह नहीं मिलने पर हताश नहीं होना चाहिए और उन खिलाड़ियों का समर्थन करना चाहिए जिनको टीम में जगह मिली है.
शमी ने अपने इस बयान से जीता फैंस का दिल
शमी से जब पूछा गया कि उन्हें वनडे क्रिकेट में कम मौके मिल रहे हैं तो उन्होंने कहा, ‘जब मैं नियमित तौर पर क्यों खेल रहा था, तब किसी ने किसी को बाहर बैठना पड़ा होगा और उसके लिए मैं दोषी नहीं था. इसलिए यदि आपको टीम में जगह नहीं मिलती तो हताश नहीं होना चाहिए क्योंकि टीम जीत रही है.’
भारतीय टीम प्रबंधन ने संकेत दिए हैं कि आगामी वर्ल्ड कप के दौरान जब वह अपनी सबसे मजबूत टीम के साथ खेलेगा तो जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज उसके दो प्रमुख तेज गेंदबाज होंगे. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले वनडे मैच में 51 रन देकर पांच विकेट लेने वाले शमी ने हालांकि कहा कि जब आप बहुत अधिक मैच खेल रहे होते हैं तो फिर रोटेशन बुरी चीज नहीं होती. शमी ने भारत की जीत के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘यह टीम की रणनीति है और इस पर कायम रहना महत्वपूर्ण है. आप हमेशा प्लेइंग 11 में जगह नहीं बना सकते हैं और काफी कुछ टीम के संयोजन पर निर्भर करता है.’
उन्होंने आगे कहा, ‘अगर आप अच्छा खेल रहे हैं और अगर आपको प्लेइंग 11 में जगह नहीं मिलती है तो आपको उन खिलाड़ियों का समर्थन करना चाहिए जो खेल रहे हैं. मेरा मानना है कि हताश होने का कोई मतलब नहीं है तथा टीम मुझे जो भी भूमिका सौंपती है मैं उसको निभाने के लिए तैयार रहता हूं.’
ब्रेक के बाद टीम में की वापसी
शमी ने वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल के बाद ब्रेक लिया था और उन्होंने दो टेस्ट और तीन वनडे के लिए वेस्टइंडीज का दौरा नहीं किया था. उन्होंने कहा, ‘ब्रेक लेना महत्वपूर्ण था क्योंकि मैं सात आठ महीने से लगातार खेल रहा था. मुझे लग रहा था कि ब्रेक लेना चाहिए. मैंने कोच और कप्तान से बात करके ब्रेक लेने का फैसला किया. मैं घर में रहते हुए उससे भी अधिक अभ्यास कर रहा था जितना कि मैं टीम के साथ रहने में करता हूं.’