नई दिल्ली. देश के एक्सप्रेसवे और नेशनल हाईवे का नाम लेते ही आंखों के सामने शानदार चमचमाती सड़कों की तस्वीर होती है. वाहन चालकों को भी इन एक्सप्रेसवे और नेशनल हाईवे पर सफर करना खूब भाता है.
आपको यह सुनकर और भी अच्छा लगेगा कि जल्द ही एक्सप्रेसवे और नेशनल हाईवे पहले से और सुविधाजनक होंगे. नेशनल हाईवे अथारिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआई) ने इसके लिए पहल शुरू कर दी है.
एनएचएआई और डीएमआरसी के बीच समझौता हुआ है. इसके तहत मेट्रो की तकनीक का इस्तेमाल एनएचएआई ने सड़क और सुरंग निर्माण में करेगा. एनएचएआई के चेयरमेन संतोष कुमार यादव और डीएमआरसी के प्रबंध निदेशक डॉ. विकास कुमार ने दिल्ली में समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए है. यह पहल एनएचएआई के ‘डिज़ाइन डिवीजन’ को मजबूत करेगी. यह डिवीज़न देश भर में एनएचएआई पर पुलों, संरचनाओं, सुरंगों और रिइन्फोर्स्ड अर्थ (आरई) दीवारों की योजना, डिजाइन, निर्माण और रखरखाव की समीक्षा करता है.
समझौते के अंतर्गत, दिल्ली मेट्रो रेल निगम चल रही परियोजनाओं में सभी पुलों/संरचनाओं के डिजाइन की समीक्षा के लिए भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण को सेवाएं प्रदान करेगा. समझौते के तहत बिना किसी नियम से चयनित पुलों, संरचनाओं, सुरंगों, आरई दीवारों और अन्य विशेष संरचनाओं के डिजाइन की समीक्षा भी शामिल है. डीएमआरसी डीपीआर फेज में स्टैंड-अलोन पुलों और विशेष संरचनाओं की समीक्षा करने के लिए एनएचएआई का सहयोग भी करेगा.