नई दिल्ली । आम आदमी पार्टी के सांसद राघव चड्ढा ने दिल्ली सेवा विधेयक पर केंद्र का समर्थन करने के लिए बीजू जनता दल और वाईएसआर कांग्रेस पार्टी पर कटाक्ष कर कहा कि वे ऐसा करने के लिए मजबूर थे। आप नेता चड्ढा ने लोकप्रिय उद्धरण देकर कहा, कुछ तब मजबूरी रही होगी, यूं ही कोई बेवफा नहीं होता, जी करता है कि बहुत सच कहूं, क्या करे हौसला नहीं होता। आप नेता ने कहा कि जो लोग इस विधेयक का समर्थन करने वाले हैं, उन्हें राष्ट्र-विरोधी के रूप में याद किया जाएगा… हम भारत के संविधान को बचाने के लिए लड़ने वाले हैं।
चड्ढा ने गैर-भाजपा दलों को भी चेतावनी देकर कहा कि अगर यह प्रयोग (भाजपा द्वारा) दिल्ली में सफल हो जाता है, तब इस प्रयो को सभी गैर-भाजपा सत्तारूढ़ सरकारों में लागू किया जाएगा। उन्होंने अपने रुख को में लोकप्रिय कवि राहत इंदौरी की प्रसिद्ध पंक्तियों को भी याद किया, जिसमें उन्होंने कहा था, …लगेगी आग तब आएँगे काई घर जद में, यहाँ सिर्फ हमारा मकान थोड़ी है…। दोनों गैर-भारतीय जनता पार्टियों, जिनकी ओडिशा और आंध्र प्रदेश में सत्तारूढ़ सरकार है, ने विवादास्पद विधेयक को अपना समर्थन देने का फैसला किया, जिसका उद्देश्य केंद्र को दिल्ली में नौकरशाही पर नियंत्रण बनाए रखने की अनुमति देना है।
आप के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने कहा कि ‘राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली सरकार (संशोधन) विधेयक, 2023 राज्यसभा में पारित नहीं हो सकेगा। आप ने पहले नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार पर विपक्षी दलों को चुप कराने के लिए वित्तीय जांच एजेंसियों का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया है। केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने लोकसभा में मंगलवार को उक्त विधेयक पेश किया।