Home छत्तीसगढ़ भवनों में ऊर्जा दक्षता अनुपालन तकनीक पर कार्यशाला

भवनों में ऊर्जा दक्षता अनुपालन तकनीक पर कार्यशाला

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दुर्ग /भवनों में ऊर्जा दक्षता अनुपालन तकनीक पर कार्यशाला
में ऊर्जा संरक्षण के लिए ऊर्जा संरक्षण एक्ट 2001 के तहत् ऊर्जा संरक्षण भवन संहिता ( एनर्जी कन्सर्वे ग कोड) को 2017 में संशोधित कर राष्ट्रीय स्तर पर लागू किया गया। छत्तीसगढ़ राज्य शासन के ऊर्जा मंत्रा “छत्तीसगढ़ ऊर्जा संरक्षण भवन संहिता (सीजीइसीबीसी) को प्रदेश की जलवायु के अनुकूल एवं भ यकताओं के अनुसार संशोधित कर छत्तीसगढ़ राजपत्र के प्राधिकार से 17 मार्च 2023 को प्रकाशित किया गया।

इस प्राधिकार के तहत् प्रदेश में निर्मित होने वाले वे सभी व्यसायिक भवन जिनका मांग प्रभार 50 K अधिक या कुल निर्मित क्षेत्रफल 1000 वर्गमीटर से अधिक हो, सीजीइसीबीसी अनुपालन के दायरे में आयेंगे।

सीजीइसीबीसी अनुपालन को प्रदेश में क्रियान्वित करने के लिए छत्तीसगढ़ राज्य अक्षय ऊर्जा विक करण (क्रेडा ) राज्य की नामित नोडल एजेंसी है। इस क्रम में भवन ऊर्जा दक्षता के प्रति जन साधारण को जागर एवं कौशल विकास के उद्देश्य से 7 एवं 8 जुलाई 2023 को दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन छत्तीसगढ़ राज्य विवेकानंद तकनीकी विश्वविद्यालय के इंजीनियरिंग क्षेत्र के सिविल, आर्केटेक्चर, मैकेनिकल एवं इलेक्ट्रिकल के छात्रों को इस संबंधित प्रायोगिक कार्यशाला के माध्यम से जानकारी दी गई। जिसका भविष्य में छात्रों द्वारा इसीबीसी के क्षेत्र मं प्रय ऊर्जा संरक्षण एवं बिल्डिंगों को ऊर्जा दक्ष बनाने में प्रयोग किया जा सकेगा।

कार्यशाला के समापन समारोह में विशिष्ट अतिथि के रूप में विजय साहू, सदस्य क्रेडा उपस्थित प्राध्यापकों एवं छात्रों को संबोधित करते हुए बताया कि वर्तमान सरकार के मुखिया भुपेश बघेल की सोच वैज्ञानिक है। सरकार पर्यावरण संरक्षण एवं प्राकृतिक उर्जा के उत्पादन में नित नई सोच के साथ आगे बढ़ रही है। गोबर खरीदी एवं उससे विभिन्न उत्पाद के साथ साथ गोबर से गैस व बिजली उत्पादन किया जा रहा है। सौर उर्जा के उत्पादन में विशेष कार्य किया जा रहा है जिसके लिए क्रेडा को अंतर्राष्ट्रीय एवं राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त हुआ है। चूंकि स्वामी विवेकानंद तकनीक विश्वविद्यालय छत्तीसगढ़ का एकमात्र विश्वविद्यालय है अतः उनकी बड़ी जिम्मेदारी इस क्षेत्र में रहेगी। कार्यक्रम की अध्यक्षता भानुप्रताप अधीक्षण अभियंता, क्रेडा जोनल कार्यालय दुर्ग द्वारा किया गया। ब्यूरो ऑफ एन अफेशयंसी नई दिल्ली द्वारा सर्टिफाईड मास्टर ट्रेनर जितेन्द्र कुमार व्यास द्वारा प्रशिक्षण प्रदान किया गया। CSV ai के UTD डायरेक्टर पी. आर. घोष द्वारा छात्रों को भविष्य में शिक्षा पाठ्यक्रम में इसीबीसी को सम्मिलित वि एवं क्रेडा के साथ MOU करने की जानकारी दी गई। साथ ही धर्मराज शर्मा, अध्यक्ष गांधी विचार यात्रा को गांधी जी के विचारों में ऊर्जा तथा पर्यावरण संरक्षण के महत्व तथा सरकार द्वारा इस दिशा में किए जा की जानकारी दी गई।

कार्यशाला में क्रेडा के एनर्जी एफिशियंसी बिल्डिंग सेल की सीनियर कंसल्टेंट आर्किटेक्ट नीना रायचा गुप्ता द्वारा बताया गया कि ऊर्जा दक्षता के मापदण्डों द्वारा की गई भवन संरचना एव भवन निर्माण से 25 से 30 प्रतिशत तक ऊर्जा की खपत कम की जा सकती है। जिसका सीधा लाभ भवन स्वामी को बिजली बिल में कमी से प्राप्त होगा। ऊर्जा संरक्षण से कार्बन उत्सर्जन में भी कमी होगी। जिसका लाभ ग्लोबर वार्मिंग कम करने में होगा ।

कार्यशाला की सफल क्रियान्वयन में जितेन्द्र व्यास, सोमन कुमार, क्रेडा से श्रीमती प्रीती गुप्ता यामिनी देवांगन का विशेष सहयोग रहा। कार्यक्रम के समापन में विजय साहू, धर्मराज शर्मा एवं श्री घोष द्वारा छात्रों को प्रमाण पत्र वितरित कर उज्जवल भविष्य की कामना की गई।