मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने चालू वर्षा मौसम में राज्य में मानसून के भटकाव को देखते हुए गांवों में जरूरतमंदों के लिए रोजगारमूलक कार्य अनवरत रूप से जारी रखने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने सभी कलेक्टरों एवं जिला पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को मनरेगा के तहत रोजगारमूलक कार्य चालू रखने के साथ ही आवश्यकतानुसार नये कार्य भी स्वीकृत करने को कहा है, ताकि गांवों में जरूरतमंदों को रोजगार उपलब्ध हो सके।
गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ राज्य में इस साल 27 जून तक की स्थिति में 113.5 मिमी औसत बारिश हुई है, जो बीते वर्ष इसी अवधि में हुई 229.7 मिमी औसत बारिश से लगभग 50 फीसद कम है। राज्य के 7 जिलों में इस साल अब तक 40 प्रतिशत कम बारिश् हुई है। बलरामपुर जिले में 60 और दुर्ग 48, जशपुर में 72, कोण्डागांव और कांकेर में 47, रायपुर जिले में 56 तथा सरगुजा जिले में औसत रूप से 63 प्रतिशत कम बारिश के चलते खेती-किसानी का काम प्रभावित हुआ है। खरीफ फसलों की बुआई भी बीते वर्ष की तुलना में कम हुई है। बीते वर्ष 27 जून की स्थिति में राज्य में 4 लाख 76 हजार हेक्टेयर में खरीफ फसलों की बोनी हो चुकी थी, जबकि इस साल कम बारिश की वजह से अभी तक 2 लाख 27 हजार हेक्टेयर में ही खरीफ फसलों की बुआई हुई है। मानसून के बेरूखी के चलते खेती-किसानी का काम पिछड़ा है और गांवों में जरूरतमंद लोगों को रोजगार मुहैया कराने के उद्देश्य से मनरेगा के कामों को निरंतर जारी रखने के निर्देश दिए गए हैं।