मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल से आज शाम यहां उनके निवास कार्यालय में बस्तर से अध्यक्ष श्री ईश्वर नाथ खम्बारी के नेतृत्व में आए 360 घर आरण्यक ब्राम्हण समाज और गोंचा समिति के प्रतिनिधिमंडल ने सौजन्य मुलाकात की। प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री को बस्तर गोंचा महापर्व 2022 में शामिल होने का न्योता दिया। उन्होंने मुख्यमंत्री को बस्तर का पारम्परिक वाद्य तुपकी और पेंग भेंट किया। मुख्यमंत्री ने भगवान जगन्नाथ को सलामी देते हुए ’तुपकी’ दागकर आमंत्रण स्वीकार किया। बस्तर की परम्परा अनुसार स्थानीय तौर पर पेंग कहलाने वाले मलकांगिनी बेल के बीज को तुपकी में भरकर कर इसे दागा जाता है। इस प्रकार भगवान जगन्नाथ को सलामी दी जाती है।
श्री खम्बारी ने मुख्यमंत्री को बताया कि 615 वर्षों से मनाए जा रहे इस गौरवशाली महापर्व का आयोजन इस वर्ष भी 14 जून से 10 जुलाई तक किया जा रहा है। श्री गोंचा रथ यात्रा का शुभारंभ 1 जुलाई को किया जाएगा। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने बस्तर गोंचा महापर्व के आयोजन हेतु बधाई एवं शुभकामनाएं दीं। इस अवसर पर उद्योग मंत्री श्री कवासी लखमा, विधायक श्री विक्रम मण्डावी, श्री लखेश्वर बघेल, क्रेडा अध्यक्ष श्री मिथिलेश स्वर्णकार और 360 घर आरण्यक ब्राम्हण समाज से श्रीमती आभा आचार्य, श्रीमती सरिता जोशी तथा सर्वश्री विवेक पांडेय, सुदर्शन पाणिग्रही, दिलेश्वर पांडेय, गजेंद्र पाणिग्रही, बनमाली पाणिग्रही सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।