ये नक्सलगढ़ के लैला-मजनू की कहानी है , जिन्होंने प्यार के लिए लाल आतंक को तौबा कर दिया और अब प्यार व खुशियों से भरा जीवन बीताना चाहते हैं.
छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में नक्सली संगठन मिलिट्री दलम की महिला नक्सली मंजुला व सुंदर कोर्राम ने पुलिस के समक्ष समर्पण किया. इन नक्सलियों पर 8-8 लाख रुपए के इनाम घोषित थे. महिला माओवादी मंजुला पर 29 व सुंदर कोर्राम पर 8 से अधिक सुरक्षा बल जवानों की हत्या में शामिल होने का आरोप है. अब सवाल ये दोनों एक दूसरे के साथ जीवन यापन करना चाहते हैं. शादी करना चाहते हैं, लेकिन संगठने उन्हें शादी की इजाजत नहीं देता. नक्सली संगठन में कमांडर रैंक के नीचे वाले सदस्यों को शादी की सख्त मनाही है. इसलिए उन्होंने नक्सलवाद को तौबा कर लिया है. संगठन की मंशा जानने के बाद ही उसने लाल आंतक को छोड़ समर्पण का मन बना लिया था, लेकिन उसे सुंदर को मनाने में समय लगा. काफी कोशिशों के बाद सुंदर भी मान गया. अब वे खुशहाली से अपना जीवन यापन करना चाहते हैं. एसपी कमललोचन कश्यप का कहना है कि नक्सली पुनर्वास नीति की तहत दोनों को लाभ दिया जाएगा.