

दुर्ग-भिलाई / रावघाट के बफर जोन क्षेत्र में अस्पतालों, डॉक्टरों और अन्य पैरामेडिकल सुविधाओं की तथा स्वास्थ्य सेवा के बुनियादी ढांचे की पर्याप्त व्यवस्था नहीं है। सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र ने इस कमी को ध्यान में रखते हुए इस क्षेत्र में निर्बाध व निःशुल्क चिकित्सा सेवाएं प्रदान करने के लिए रामकृष्ण मिशन आश्रम के साथ सहयोग करने का निर्णय लिया।rnrnविदित हो कि अपने इस निर्णय को फलीभूत करने हेतु सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र के रावघाट खनन परियोजना क्षेत्र के आसपास के 22 बफर जोन के गांवों में बसे आबादी को निर्बाध व निशुल्क मोबाइल चिकित्सा सेवाएं प्रदान करने के लिए 25 मार्च 2021 को सेल-भिलाई स्टील प्लांट और रामकृष्ण मिशन आश्रम, नारायणपुर के बीच समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए। सेल-भिलाई स्टील प्लांट और रामकृष्ण मिशन आश्रम के बीच 15 वर्षों के लिए हस्ताक्षरित एमओयू के अनुसार, आगामी वित्तीय वर्ष 2021-22 से रावघाट माइंस के बफर जोन के गांवों में मुफ्त और निर्बाध चिकित्सा और स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करेगा।rnrnइस समझौते के अनुरूप आज दिनांक 2 अप्रेल, 2021 को प्रातः 11 बजे बिंजली गाँव से मोबाईल डिस्पेंसरी यूनिट का शुभारम्भ, नारायणपुर जिले के कलेक्टर धर्मेश साहू जी के कर-कमलों से संपन्न हुआ है। उद्घाटन कार्यक्रम में रामकृष्ण मिशन आश्रम, नारायणपुर के सचिव श्रीमत् स्वामी व्याप्तानन्द जी महाराज, सह-सचिव स्वामी अनुभवानन्द जी महाराज एवं अन्यान्य साधू एवं ब्रह्मचारीवृंद उपस्थित थे। साथ ही बिंजली गाँव के सरपंच, आश्रम के मोबाईल मेडिकल यूनिट के साथ डॉक्टर, नर्स एवं गाँव से आए हुए मरीज लोग भी उपस्थित थे।rnrnबीएसपी के रावघाट परियोजना के तहत बफर जोन के 22 गांवों के लोगों तक चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने हेतु तहत सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र के आर्थिक सहयोग से रामकृष्ण मिशन आश्रम, नारायणपुर द्वारा मोबाईल डिस्पेंसरी यूनिट संचालित किया जा रहा हैं। इस मोबाईल डिस्पेंसरी यूनिट से इस क्षेत्र के 22 गांव लाभान्वित होंगे। जिसमें नारायणपुर जिले के 12 गाँव शामिल हैं, जिनमें प्रमुख है- बिंजली, खडकागाँव, केरलापाल, खैराभाट, खोडगाँव, अंजरेल, परलभाट, सूपगाँव, भरंडा, टेमुरगाँव, कन्हेरा एवं गुरिया, तथा साथ ही कांकेर जिले के 10 गाँव शामिल हैं, जिनमें प्रमुख है-कोलर, मंगतासलेभाट, फूलपाड़, भैसगाँव, आतुरबेड़ा, गोटिया, सर्गीपाल, कुम्हारी, पदरगाँव एवं तालाबेड़ा आदि। उल्लेखनीय है कि 1985 में स्थापित, रामकृष्ण मिशन आश्रम अबुझमाड़ के जंगलों में एक बड़े क्षेत्र में फैले आदिवासी आबादी की सेवा कर रहा है।rnrnज्ञात हो कि विभिन्न चरणों में वानिकी और पर्यावरण मंजूरी के बाद, खनन पट्टे को 2009 में सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र को प्रदान किया गया था। सेल-बीएसपी इस क्षेत्र की आबादी के लिए विभिन्न सीएसआर गतिविधियों को बखूबी अंजाम दे रहा है। सेल-बीएसपी विशेष रूप से 22 बफर जोन गाँवों में रहने वाले निवासियों को शिक्षा और बुनियादी सुविधाएं प्रदान कर रहा है।







