

भिलाई। मुस्लिम समुदाय में अपने दिवंगत परिजनों को याद करने का दिन शब-ए-बराअत 28 मार्च रविवार को है। कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामले को देखते हुए जिले में लागू धारा 144 के मद्देनजर शहर की कब्रिस्तान इंतेजामिया कमेटी ने ऐसे मौके पर दुरुद ख्वानी, कुरआन ख्वानी या किसी तरह का भी तकरीरी व अन्य कार्यक्रम नहीं करने का फैसला लिया है। लोगों से घरों में इबादत करने अपील की गई है और कमेटी ने अपनी ओर से सभी कब्रों में फूल पेश करने का फैसला लिया गया है।
कमेटी के सदर शमशीर कुरैशी ने बताया कि चांद की तस्दीक के बाद 28 मार्च को शब-ए-बराअत मनाई जानी है। लेकिन शहर में फिर से बढ़ते कोरोना संक्रमण के हालात के चलते शहर की तमाम मस्जिद कमेटियों की रजामंदी से यह फैसला लिया गया है कि कब्रिस्तान हैदरगंज कैम्प-1 भिलाई में किसी तरह का कोई कार्यक्रम नहीं होगा।








उन्होंने अवाम से गुजारिश की है कि सब्र से काम लें, अपने-अपने घरों में नवाफिल नमाज अदा करें, तिलावत करें और आलमे इस्लाम के सभी मरहूमिनों के लिए मग्फिरत के साथ हमारे मुल्क हिंदुस्तान की हिफाजत की दुआएं करें। उन्होंने अपील की है कि कोई भी कब्रिस्तान न पहुंचे। कमेटी के लोगों ने अपनी ओर से सभी कब्रों में फूल पेश करने का भी फैसला लिया है। उन्होंने इस नाजुक मौके पर कब्रिस्तान में लोगों के आने-जाने पर रोक लगाए जाने के लिए अवाम से खेद जताते हुए अपील की है कि घर में ही दुआए खैर करें।
nnnnइज्तेमाई दुआओं में करेंगे शामिल
nnnnकमेटी के सदर शमशीर कुरैशी ने बताया कि चूंकि हालात के मद्देनजर लोग कब्रिस्तान नहीं पहुंच सकते इसलिए इज्तेमाई दुआएं की जाएंगी। उन्होंने अपील की है कि जिस किसी ने भी अपने मरहूमों के लिए तिलावते कलाम पाक, कलमा शरीफ और सूरह यासीन सहित जो भी पढ़ा हो, उसे कब्रिस्तान इंतेजामिया कमेटी के व्हाट्सएप नंबर 7828061919, 8871341346 और 9300015032 पर भेज दें। इन्हें इज्तेमाइ दुआओं में शामिल किया जाएगा।
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