

सार्वजनिक उपक्रमों के निजीकरण के विरोध में संगोष्ठी
का आयोजन, जनजागरुकता अभियान चलाने का फैसला








भिलाई। लोकनायक जयप्रकाश नारायण स्मारक प्रतिष्ठान और आचार्य नरेंद्र देव स्मृति जन अधिकार अभियान समिति के संयुक्त तत्वावधान में गुरुवार 18 मार्च को सार्वजनिक उपक्रमों के निजीकरण के विरोध में एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। 47 वर्ष पहले इसी दिन 18 मार्च 1974 को लोकनायक जयप्रकाश नारायण के लोकतंत्र बचाओ आंदोलन की शुरूआत हुई थी। इस दौरान सार्वजनिक उपक्रमों सेल-भिलाई स्टील प्लांट, फेरो स्क्रैप निगम लिमिटेड व अन्य स्थानीय इकाइयों को बचाने और मजदूर व किसानों के विरुद्ध बनाए गए कानूनों के खिलाफ जनमानस तक बात पहुंचाई जाएगी।
शुरूआत में लोकनायक जयप्रकाश नारायण और आचार्य नरेंद्र देव के छायाचित्र पर माल्यार्पण कर उपस्थित लोगों ने अपने श्रद्धासुमन अर्पित किए।
संगोष्ठी की शुरूआत करते हुए प्रतिष्ठान के अध्यक्ष आरपी शर्मा ने कहा कि दो दशक पहले पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर ने संसद में सार्वजनिक उपक्रमों के बढ़ते निजीकरण के खतरे से अटल बिहारी बाजपेयी सरकार और पूरे देश को आगाह किया था। आज स्व. चंद्रशेखर की यह चेतावनी अक्षरश: सत्य साबित हो रही है और स्वतंत्रता के बाद स्थापित किए गए तमाम सार्वजनिक उपक्रमों को कौड़ियों के मोल बेचा जा रहा है।
शर्मा ने कहा कि जिस पीढ़ी ने 70 साल मेें देश के सार्वजनिक उपक्रमों की स्थापना की, आज देश उनका ऋणी है। मौजूदा सरकार इन्हें बेच कर देश के महान नेताओं के प्रयासों पर धब्बा लगा रही है।
आज भिलाई जैसे सार्वजनिक उपक्रम पर निजीकरण का खतरा मंडरा रहा है वहीं दूसरी तरफ विशाखापट्टनम, सेलम और दुर्गापुर में कर्मी उद्वेलित हैं। दूसरी तरफ देश का किसान भी आंदोलन कर रहा है। देश में ऐसी स्थिति के लिए मौजूदा सरकार की नीतियां जिम्मेदार है और इसके खिलाफ सभी को एकजुट होना होगा।
वरिष्ठ समाजवादी श्याम मनोहर सिंह कहा कि छह दशक पहले तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने बैंकों का राष्ट्रीयकरण किया था तो आज की सरकार विपरीत दिशा में जाते हुए बैंकों का निजीकरण कर रही है। उन्होंने कहा कि पहले की सरकार नौकरी देती थी तो अब की सरकार नौकरी खत्म कर रही है।
आर पी शर्मा ने इस मौके पर घोषणा की कि जनअधिकार अभियान समिति के माध्यम से सार्वजनिक उपक्रमों को बचाने वृहद स्तर पर आंदोलन समाज के हर वर्ग की सहभागिता सुनिश्चित करते हुए किया जाएगा। इस अवसर पर टीए संगठन से अध्यक्ष संतोष सिंह व महासचिव कुलदीप सिंह, मनीष सिंह, अरविंद कुमार, नरेंद्र कुमार,नंदकिशोर, कपिलदेव प्रसाद,हरगुण राम व बलिराम सहित अन्य उपस्थित थे।
