

भिलाई – प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय की वर्तमान मुख्य प्रशासिका राजयोगिनी दादी ह्रदय मोहिनी जी ने आज प्रातः 8 बजकर 40 मिनट पर अपने भौतिक देह का त्याग किया |
आपने सन 1937 में 8 वर्ष की उम्र में पूर्व नाम ओम मण्डली संस्था वर्तमान ब्रह्माकुमारी से जुडी | आपको ब्रह्मा वत्स स्नेह से दादी गुलज़ार के नाम से पुकारते है | आपकी राजयोग की पराकाष्ठा का प्रभाव पाश्चात्य संस्कृति को प्रभावित किया | आपने विश्व के पांचो महाद्वीपों में राजयोग मेडिटेशन द्वारा अनगिनत लोगों को अध्यात्मिक पथ पर प्रेषित किया है |
अंतराष्ट्रीय मुख्यालय माउन्ट आबू सहित विश्व भर के सेवाकेंद्रो में गहन राजयोग द्वारा योग के प्रकम्प्न फैलाए जा रहे है |
आपने 93वें वर्ष की उम्र में नश्वर देह का जगत का त्याग किया।








हमारी मीठी दादी ह्दयमोहिनी जी, (प्यारे बापदादा का साकार माध्यम) आज हम सबके बीच से विदाई ले विशेष सेवा के लिए आज 11 मार्च 2021 सतगुरूवार, शिवरात्रि के महान पर्व पर दादी जी प्रातः 10.30 बजे प्यारे बापदादा की गोद में चली गई।
nnnnदादी जी के पार्थिव शरीर को आज ही एयर एम्बूलेंस द्वारा मानपुर हवाई पट्टी पर लेकर आ रहे हैं। वहाँ से स॰जी हुई गाड़ी पर दादी कॉटेज (शक्ति भवन में) लेकर आयेंगे, वहां पर कुछ समय रखा जायेगा। तत्पश्चात बी.के. परिवार के दर्शनार्थ कांफ्रेंस हाल की स्टेज पर रखा जायेगा। जहाँ पर आज और कल पूरा दिन तथा रात में सभी ब्रह्मा वत्स अपनी स्नेह श्रंधाजलि अर्पित करते हुए योग अभ्यास करेंगे।
nnnn13 तारीख शनिवार 2021 – प्रातः 8 बजे दादी जी के पार्थिव शरीर को पाण्डव भवन में लेकर जायेंगे। वहाँ छोटे हाल में बी.के. परिवार के दर्शनार्थ कुछ समय रखने के पश्चात चारों धामों की यात्रा कराते ग्लोबल हॉस्पिटल, ज्ञान सरोवर में लेकर जायेंगे और वहाँ के भाई बहनें अन्तिम दर्शन करेंगे। उसके पश्चात करीब 11.30 बजे ज्ञान सरोवर में ही फाउन्टेन के पास अन्तिम संस्कार किया जायेगा। लगभग 1 बजे तीनों ही स्थानों पर (पाण्डव भवन, ज्ञान सरोवर तथा शान्तिवन) विशेष दादी जी के निमित्त भोग रहेगा।