

भिलाईनगर-भारत को आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रधानमंत्री द्वारा ‘लोकल के लिए वोकल (स्थानीय उत्पादों का समर्थन करिए)’ का मंत्र दिये जाने कुछ दिन बाद राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से संबद्ध स्वदेशी जागरण मंच ने स्वदेशी वस्तुओं के इस्तेमाल को बढ़ावा देने के लिए राष्ट्रव्यापी अभियान चलाने की घोषणा की।nnस्वदेशी जागरण मंच के भिलाईनगर संयोजक अमित मिश्रा ने कहा कि वह आयातित वस्तुओं के विकल्प के तौर पर स्थानीय रूप से निर्मित वस्तुओं को चिन्हांकित कर सूचीबद्ध करेंगे, जिससे की जनता में स्वदेशी वस्तुओं को लेकर जागरूकता आए। साथ ही घरेलू उद्योग को सुरक्षा प्रदान करने के लिए आयात शुल्क ढांचे में बदलाव की भी मांग की।nnकोरोना वायरस से उत्पन्न आर्थिक चुनौतियों का सामना करने के लिए देश में निर्मित उत्पादों का इस्तेमाल की पैरवी संबंधी प्रधानमंत्री मोदी जी के भाषण का हवाला देते संयोजक अमित मिश्रा ने कहा, ‘‘ यह वैश्वीकरण एवं उदारीकरण खासकर विकास के विदेशी पूंजी आधारित मॉडल पर आधारित वर्तमान नीति से सुखद विदाई है।” उन्होंने कहा कि ‘स्वदेशी स्वालंबन अभियान’ के माध्यम से मंच देशभर में स्वदेशी एवं आत्मनिर्भरता के महत्व पर जागरूकता चलाएगा।nnश्री मिश्रा ने कहा कि आत्मनिर्भरता छोटे उद्योगों, छोटे व्यापारियों, शिल्पियों और ग्रामीण उद्योगों समेत स्वदेशी उद्योग में जान फूंका जा सकता है और उसका लक्ष्य रोजगार सृजन में रफ्तार के साथ ही समावेशी वृद्धि हो।nnअमित मिश्रा ने बताया कि देश में आयातित उत्पादों पर निर्भरता के लिए अतीत के नीति-नियंताओं को जिम्मेदार ठहराते हुए उन्होंने कहा कि पूर्ववर्ती केंद्र सरकार ने स्वदेशी मेधा, संसाधनों और ज्ञान पर कभी भरोसा नहीं किया तथा विदेशी पूंजी एवं बहुराष्ट्रीय कंपनियों पर अत्यधिक बल दिया। वर्तमान केंद्र की मोदी सरकार ने ‘हम स्थानीय मेधा, संसाधनों, ज्ञान, उद्यमिता और मानव मूल्यों के आधार पर देश की अर्थव्यवस्था में जान फूंकने के लिए सभी देशभक्त नागरिकों एवं उद्योग से इस स्वदेशी स्वालंबन अभियान ‘ से उत्साह से जुड़ने का आह्वान करते है








