

भिलाई -शासन के आदेश की अवहेलना कर प्राइवेट स्कूलों द्वारा लगातार परिजनों पर फ़ीस के लिए दबाव बनाया जा रहा है एवं ऑनलाइन फ़ीस जमा करने के पश्चात् उसका मैसेज या स्क्रीनशॉट पलकों से मँगवाया जा रहा है,ऐसे समय में जबकि स्कूल बंद है तो बस फ़ीस,लाईब्रेरी फ़ीस एवं अन्य सभी प्रकार की फ़ीस वसूली भी की जा रही है जो की इस आपदा महामारी के समय में अभीभावकों के ऊपर अतिरिक्त बोझ है।nबुक डिपो को आधार बनाकर प्राइवेट स्कूल मालिकों द्वारा शिक्षा का बाज़ारीकरण करने का तरीक़ा अपना लिया गया है,चिन्हित बुक डिपो से ही स्कूलों द्वारा पालकों से बुक ख़रीदने को कहा जाता है जहाँ उन्हें धूप घंटो लाइन में खड़ा होकर इंतेज़ार करना पड़ता है और बुक डिपो कर्मियों द्वारा पालकों से जल्दी करने पर दुर्व्यवहार भी किया जाता है।nदुर्ग ज़िला NSUI अध्यक्ष आदित्य सिंह ने कहा कि ऐसे समय जहाँ एक तरफ़ पूरी दुनिया कोरोना महामारी से बचने एवं लड़ने के उपाय कर रहीं है वही दूसरी तरफ़ प्राइवेट स्कूलों द्वारा मनमानी कर फ़ीस वसूली करना तथा शिक्षा का बाज़ारी करण करना निरंतर जारी है,NSUI माँग करती है ऐसे समस्त स्कूलों पर तत्काल कार्यवाही करने के निर्देश दिए जायें तथा दोषी पाए जाने पर अर्थदंड लगाया जाए जिससे बार-बार ऐसी परिस्थितियों का सामना अभिभावकों को ना करना पड़े।ज्ञापन सौपने वालों में छ.ग NSUI के प्रदेश सचिव डामेंद्र परगनिहा,आदित्य नारंग,निशा देशलहरे ,शरद मिश्रा,आसिफ़ खान,खुलेश्वर यादव उपस्थित रहें.







